किन्नौर: खिमलोगा दर्रा में 4 सितंबर को फंसे ट्रैकर व पोर्टर को सुरक्षित निकालने के लिए हिमाचल पुलिस, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल और होमगार्ड के जवानों का 35 सदस्यीय दल खिमलोगा दर्रा पहुंचा और वहां से कड़ी मशक्त के बाद घायल ट्रैकर व पोर्टरों को सुरक्षित निकालकर (Trekker and porter rescued on Khimloga) किन्नौर के छितकुल तक पहुंचाया दिया है. उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि गत दिनों सूचना मिली थी कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी से 28 अगस्त 2022 को 3 ट्रैकर व 6 पोर्टर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के छितकुल के लिए रवाना हुए थे.
जिनमें से एक ट्रैकर 50 वर्षीय नरोत्तम राम व 3 पोर्टर छितकुल पहुंचे. ट्रैकर व पोर्टरों ने बताया कि उनके साथ आ रहे एक ट्रैकर सुजॉय डुले की खिमलोगा दर्रे को पार करते हाथ से रस्सी छूटने के चलते मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि दूसरा ट्रैकर 49 वर्षीय सुब्रोतो विश्वास इस दौरान घायल हो गया है. उन्होंने बताया कि घायल ट्रैकर व तीन पोर्टर (trekker and porter stuck on Khimloga)अभी भी खिमलोगा दर्रे में फंसे हैं. ऐसे में रेस्क्यू टीम ने इन सभी ट्रैकरों व पोर्टरों को सुरक्षित छितकुल तक पहुंचा दिया है. लेकिन एक ट्रैकर जिसकी मृत्यु हुई है उसका शव अभी भी नहीं मिल पाया है. आईटीबीपी के जवान अभी भी शव का रेस्क्यू कर रहे हैं.
उपायुक्त ने बताया कि गत दिनों सूचना मिलते ही घायल ट्रैकर व पोर्टरों को सुरक्षित निकालने व मृतक के शव को लाने के लिए पुलिस, आईटीबीपी व होमगार्ड के जवानों का 35 सदस्यीय दल तैयार किया गया था. जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलता पाई है. मृतक ट्रैकर को भी आईटीबीपी की रेक्स्यू टीम खोज रही है. अधिक बर्फ व गलेशियर होने के कारण खिमलोगा पास पर मृतक के शव को ढूंढ़ने में समस्याएं आ रही हैं. वहीं, छितकुल पहुंचे ट्रैकरों व पोर्टरों को प्रशासन द्वारा खाने पीने की व्यवस्था व प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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