शिमला: व्यापार मंडल शिमला द्वारा सर्वसम्मति से करवाए गए व्यापार मंडल के चुनावों के खिलाफ शहर के कारोबारियों ने मोर्चा खोल दिया है और कारोबारी सर्वसम्मति से नहीं बल्कि चुनाव के जरिए व्यापार मंडल का गठन करने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर व्यापार मंडल के पूर्व पदाधिकारी बाजारों में जाकर कारोबारियों को एकजुट कर रहे हैं और रविवार को जैन हॉल में चुनावों को लेकर बैठक बुलाई गई है. जिसमें चुनावों पर चर्चा की जाएगी.
शनिवार को व्यापार मंडल के पूर्व महासचिव संजीव ठाकुर सहित कई कारोबारी लोअर बाजार गंज बाजार में कारोबारियों को पेम्पलेट वितरित किए और रविवार को होने वाली बैठक में आने का अग्राह किया गया. संजीव ठाकुर ने कहा कि व्यापार मंडल के चुनाव 12 सितंबर में होने तह हुए थे, लेकिन चुनाव समिति ने बंद कमरे में सर्वसम्मति से कार्यकारणी का गठन अपनी मर्जी से कर दिया, जबकि चार पैनल ने अपने नामंकन भरे थे उन्हें पूछा तक नहीं गया और शहर के कारोबारी भी नाखुश हैं.
कारोबारियों की राय जानने के लिए रविवार को जैन हाल में बैठक बुलाई गई है, जहां चुनावों को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. वहीं, शहर के कारोबारी भी चुनाव न करवाने से नाखुश हैं और मतदान करवाकर कार्यकारणी का गठन करने की मांग कर रहे हैं.
शहर के दुकानदारों का कहना है कि पहले से ही व्यापार मंडल के सभी पदाधिकारी चुनाव के जरिए चुने जाते रहे हैं, लेकिन अब कुछ कारोबारियों ने कमरे में बैठ कर अपनी मनमर्जी से प्रधान सहित अन्य कार्यकारणी का गठन कर दिया है जोकि सही नहीं है और शहर के कारोबारी चुनाव चाहते हैं.
बता दें कि शिमला व्यापार मंडल के चुनाव 12 सितंबर को रखे गए थे. इसके लिए 21 कारोबारी नेताओं ने दावेदारी पेश की थी. एक कारोबारी का नामांकन रद्द होने के बाद 20 कारोबारी चुनाव मैदान में थे, लेकिन चुनाव से पहले ही आपसी सहमति बनाकर कारोबारियों ने नया व्यापार मंडल बना दिया. जिसमें हरजीत मंगा को अध्यक्ष चुना गया है.
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