शिमला: राजधानी में व्यापार मंडल शिमला में चल रहे मतभेदों पर बुधवार को अंतिम विराम लग गया. व्यापार मंडल के दोनों धड़ों ने एक ही चुनाव कराने का फैसला किया है. 12 सितंबर को चुनाव कराए जाएंगे. चुनाव में सिर्फ शिमला निर्वाचन हलके के 18 वार्ड के कारोबारी हिस्सा लेंगे. इससे बाहर से कारोबारियों को इसमें हिस्सा लेने की मंजूरी नहीं मिल मिलेगी. इस पर काफी चर्चा हुई कि व्यापार मंडल के दायरे को बढ़ाना चाहिए, ताकि कारोबारियों की समस्याओं और मांगों को एक मंच पर उठाया जा सके.
बैठक में कंवलजीत, इंद्रजीत सिंह, अश्विनी मिनोचा सहित सभी कारोबारी नेता शामिल हुए. इससे पहले कंवलजीत गुट ने 5 सितंबर को अपने चुनाव कराने का शेड्यूल जारी किया था, तो वहीं इंद्रजीत सिंह के 29 अगस्त को अपने चुनाव कराने का शेड्यूल जारी किया था. अब दोनों दोनों में समझौता हो गया. अभी तक शहर के कारोबारी विभिन्न मुद्दों को लेकर आमने सामने होते थे, लेकिन अब एक मंच पर ही दोनों धड़े चुनाव कराते दिखेंगे. इससे कारोबारियों को तो नुकसान हो ही रहा था साथ में आम कारोबारी परेशान था कि किसके साथ रहें और किसका साथ छोड़ें.
शहर में अब दोनों ही धड़ों में हुए समझौते के बाद शहर के बाहर के कारोबारियों को झटका लगा है. वह अब चुनावों का हिस्सा नहीं होंगे. पिछली बार शिमला व्यापार मंडल के चुनावों में वोट डाल चुके कारोबारियों को वोट डालने का मौका नहीं मिलेगा. कारोबारियों की बैठक में हुए फैसले के बाद कच्चीघाटी, टुटू, मशोबरा, कुफरी, ढली से लेकर आस पास के क्षेत्रों के कारोबारियों को बाहर कर दिया.
चुनाव समिति के अध्यक्ष अश्वनी ने कहा कि दोनों गुटों में समझौता हो गया और 12 सितंबर को चुनाव होगा. नामांकन शिमला के माल रोड के कारोबारी केके खन्ना की दुकान से ले सकेंगे. इसके लिए नामांकन राशि ढाई हजार रुपए होगी. यह राशि वापस नहीं मिलेगी. नामांकन 23 से 25 अगस्त तक होगा. उसकी छंटनी 29 अगस्त को होगी. नाम वापस 31 अगस्त तक लिए जा सकेंगे और चुनाव 12 सितंबर को होगा.
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