शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला की सैर करना अब महंगा हो जाएगा. शिमला में आने वाले बाहरी राज्यों के वाहनों को अब ग्रीन टैक्स चुकाना होगा. शिमला नगर निगम ने ग्रीन टैक्स वसूलने का खाका तैयार कर सरकार की मंजूरी के लिए भेज दिया है. बुधवार को नगर निगम की एफसीपीसी की बैठक में प्रस्ताव पर चर्चा की गई.
सरकार से मंजूरी मिलने के बाद शहर में नगर निगम वाहनों से ग्रीन टैक्स वसूलना शुरू कर देगा. हालांकि तीन महीने तक नगर निगम पर्यटकों को जागरूक करेगा और जुर्माने में राहत देगा. छोटे वाहनों से नगर निगम एंट्री पॉइंट पर दो सौ रुपए, दो पहिया वाहनों से 50 रुपए जबकि बड़ी गाड़ियों से तीन सौ रुपए फीस निर्धारित की है.
वाहन एंट्री पॉइंट के अलावा, कार पार्किंग होटल और रिज पर काउंटर में आकर भी ये फीस जमा करवा सकता है. ये फीस एप के जरिए भी जमा की जा सकेगी. ग्रीन टैक्स नहीं देने वालों से निगम दो हजार का जुर्माना भी वसूलेगा. शहर के एंट्री पॉइंट पर बेरियर लगाएगा और वहां सीसीटीवी कैमरा के जरिए शहर में आने वाली गाड़ियों पर नजर रखेगा.
महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि नगर निगम लंबे समय से ग्रीन टैक्स वसूलने को लेकर योजना बना रहा था और आज एक प्रस्ताव तैयार कर सरकार की मंजूरी के लिए भेजा गया है. मंजूरी मिलने के बाद शहर में बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों से ग्रीन फीस वसूल करेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम शहर में विकास कार्य और सड़कों का रख रखाव करता है और यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधाएं देने का काम भी करता है. ग्रीन टैक्स वसूलने से निगम की आय में वृद्धि होगी.
बता दें कि शिमला शहर में नगर निगम ने 2015 में भी तारा देवी के पास बेरियर लगा कर ग्रीन टैक्स वसूलना शुरू कर दिया था लेकिन विवाद के बाद इसे बंद कर दिया गया. वहीं, अब दोबारा से नगर निगम ग्रीन टैक्स वसूलने के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा है. मंजूरी मिलने के बाद ग्रीन टैक्स वसूलना शुरू हो जाएगा.