शिमलाः रोहड़ू के निजी अस्पताल पर एक गर्भवती महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताने का आरोप है. महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताने के बाद निजी अस्पताल ने महिला को केएनएच शिमला रेफर कर दिया. आईजीएमसी में भी महिला का एचआईवी टेस्ट किया गया, आईजीएमसी में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.
21 अगस्त को चिड़गांव की 22 वर्षीय महिला को रोहड़ू के निजी अस्पताल में बच्चादानी की ट्यूब फटने के कारण भर्ती करवाया गया था. अस्पताल में महिला के टेस्ट किए गए. टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद निजी अस्पताल में महिला को केएनएच शिमला रेफर कर दिया.
ये भी पढे़ें -सिरमौर जिला प्रशासन की अनूठी पहल, ग्रामीण क्षेत्रों में अब पॉलीथीन से बनेंगी ईंटें
महिला के पति के मुताबिक केएनएच में उसकी पत्नी का ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के बाद उसकी पत्नी कुछ देर होश में रही. इस दौरान डॉक्टरों ने निजी अस्पताल की एचआईवी रिपोर्ट के बारे में पूछताछ की. डॉक्टरों के एचआईवी के बारे में पूछताछ करने के बाद उसकी पत्नी कोमा में चली गई. उसकी पत्नी तीन दिन से कोमा में है. डॉक्टर्स ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया है. हैरानी की बात ये है कि आईजीएमसी में महिला का एचआईवी टेस्ट करवाया गया. आईजीएमसी से महिला की एचआईवी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.
महिला को केएनएच रेफर करने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट की कंफर्मेशन के लिए महिला को आगे रेफर किया था. एचआईवी पॉजीटिव रिपोर्ट की जानकारी न तो महिला और न उसके परिजनों को दी गई थी. मरीज में खून की मात्रा 5 ग्राम थी. इसी कारण से उसे रेफर किया गया था. वहीं, महिला के परिजनों ने स्वास्थ्य निदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग भी की है.