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निजी अस्पताल ने गर्भवती को बताया HIV पॉजीटिव, IGMC में रिपोर्ट आई नेगेटिव, कोमा में महिला - hiv positive report by local private hospital

रोहड़ू के एक निजी अस्पताल ने गर्भवती महिला को एचआईवी पाॅजीटिव बताकर शिमला के केएनएच के लिए रेफर कर दिया. केएनएच में आपरेशन के बाद महिला एचआईवी पाॅजीटिव की रिपोर्ट के सदमे से 3 दिन से कोमा में है और डाक्टरों ने महिला को ब्रेन डेड घोषित कर दिया है. वहीं, आईजीएमसी की रिपोर्ट महिला को एचआईवी नेगेटिव दिखा रही है.

pregnent women in coma
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Published : Aug 26, 2019, 11:57 PM IST

शिमलाः रोहड़ू के निजी अस्पताल पर एक गर्भवती महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताने का आरोप है. महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताने के बाद निजी अस्पताल ने महिला को केएनएच शिमला रेफर कर दिया. आईजीएमसी में भी महिला का एचआईवी टेस्ट किया गया, आईजीएमसी में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.

21 अगस्त को चिड़गांव की 22 वर्षीय महिला को रोहड़ू के निजी अस्पताल में बच्चादानी की ट्यूब फटने के कारण भर्ती करवाया गया था. अस्पताल में महिला के टेस्ट किए गए. टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद निजी अस्पताल में महिला को केएनएच शिमला रेफर कर दिया.

ये भी पढे़ें -सिरमौर जिला प्रशासन की अनूठी पहल, ग्रामीण क्षेत्रों में अब पॉलीथीन से बनेंगी ईंटें

महिला के पति के मुताबिक केएनएच में उसकी पत्नी का ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के बाद उसकी पत्नी कुछ देर होश में रही. इस दौरान डॉक्टरों ने निजी अस्पताल की एचआईवी रिपोर्ट के बारे में पूछताछ की. डॉक्टरों के एचआईवी के बारे में पूछताछ करने के बाद उसकी पत्नी कोमा में चली गई. उसकी पत्नी तीन दिन से कोमा में है. डॉक्टर्स ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया है. हैरानी की बात ये है कि आईजीएमसी में महिला का एचआईवी टेस्ट करवाया गया. आईजीएमसी से महिला की एचआईवी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.

महिला को केएनएच रेफर करने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट की कंफर्मेशन के लिए महिला को आगे रेफर किया था. एचआईवी पॉजीटिव रिपोर्ट की जानकारी न तो महिला और न उसके परिजनों को दी गई थी. मरीज में खून की मात्रा 5 ग्राम थी. इसी कारण से उसे रेफर किया गया था. वहीं, महिला के परिजनों ने स्वास्थ्य निदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग भी की है.

शिमलाः रोहड़ू के निजी अस्पताल पर एक गर्भवती महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताने का आरोप है. महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताने के बाद निजी अस्पताल ने महिला को केएनएच शिमला रेफर कर दिया. आईजीएमसी में भी महिला का एचआईवी टेस्ट किया गया, आईजीएमसी में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.

21 अगस्त को चिड़गांव की 22 वर्षीय महिला को रोहड़ू के निजी अस्पताल में बच्चादानी की ट्यूब फटने के कारण भर्ती करवाया गया था. अस्पताल में महिला के टेस्ट किए गए. टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद निजी अस्पताल में महिला को केएनएच शिमला रेफर कर दिया.

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महिला के पति के मुताबिक केएनएच में उसकी पत्नी का ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के बाद उसकी पत्नी कुछ देर होश में रही. इस दौरान डॉक्टरों ने निजी अस्पताल की एचआईवी रिपोर्ट के बारे में पूछताछ की. डॉक्टरों के एचआईवी के बारे में पूछताछ करने के बाद उसकी पत्नी कोमा में चली गई. उसकी पत्नी तीन दिन से कोमा में है. डॉक्टर्स ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया है. हैरानी की बात ये है कि आईजीएमसी में महिला का एचआईवी टेस्ट करवाया गया. आईजीएमसी से महिला की एचआईवी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.

महिला को केएनएच रेफर करने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट की कंफर्मेशन के लिए महिला को आगे रेफर किया था. एचआईवी पॉजीटिव रिपोर्ट की जानकारी न तो महिला और न उसके परिजनों को दी गई थी. मरीज में खून की मात्रा 5 ग्राम थी. इसी कारण से उसे रेफर किया गया था. वहीं, महिला के परिजनों ने स्वास्थ्य निदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग भी की है.

Intro:
रोहड़ू निजी अस्पताल का कारनामा गर्भवती महिला को देदी
एचअाईवी पाॅजीटिव रिपाेर्ट ,आइजीएमसी की रिपोर्ट में नेगटिव
शिमला।
राेहड़ू की 22 वर्षीय गर्भवती महिला काे एक निजी अस्पताल में एचअाईवी पाॅजीटिव रिपाेर्ट देने का मामला सामने अाया है। परिजनाें का अाराेप है कि राेहड़ू के निजी अस्पताल में उन्हें एचअाईवी पाॅजीटिव रिपाेर्ट थमा दी। उसके बाद उन्हें शिमला केएनएच रैफर कर दिया। केएनएच अस्पताल में महिला का अाॅपरेशन भी किया गया। मगर एचअाईवी पाॅजीटिव रिपाेर्ट से महिला सदमे मेंआगयी गई ओर अब वह तीन दिन से आइजीएमसी में काेमा में है। तीन दिन से महिला काे एंबुबैग से अाॅक्सीजन दी जा रही है। डाॅक्टराें के अनुसार महिला की हालत गंभीर है। परिजनाें ने स्वास्थ्य निदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग भी की है। वहीं निजी अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनकी मशीन में जाे रिपाेर्ट अाई उन्हाेंने वह रिपाेर्ट कार्ड में लिखी। महिला काे रैफर इसलिए किया गया क्याेंकि उसमें खून की कमी थी। उन्हाेंने परिजनाें काे पाॅजीटिव रिपाेर्ट के बारे में नहीं बताया।
Body:
क्या है मामला
21 अगस्त काे सुबह राेहड़ू के चिढ़गांव की 22 वर्षीय गर्भवती महिला अंकिता काे निजी अस्पताल में बच्चादानी की ट्यूृब फटने के कारण लाया गया। महिला के पति हरीश कुमार अाैर भाई देवराज ने बताया कि अस्पताल में पहुंचते ही वहां पर अंकिता के टेस्ट किए गए। देवराज ने अाराेप लगाया कि कुछ ही देर में रिपाेर्ट अाई ताे वहां पर डाॅक्टर ने उन्हें केएनएच शिमला के लिए रैफर कर दिया। केएनएच पहुंचकर अंकिता का अाॅपरेशन किया गया। अगले दिन वह कुछ देर के लिए हाेश में भी अाई। इस दाैरान अंकिता से एचअाईवी पाॅजीटिव मामले काे लेकर चिकित्सकाें ने काफी सवाल किए। उसके बाद वह स्ट्रेस में अा गई। अभी तीन दिन से वह काेमा में है। एंबुबैग से उसे अाॅक्सीजन दी जा रही है। देवराज ने बताया कि डाॅक्टराें का कहना है कि उनकी बहन की हालत काफी गंभीर है। उसका ब्रेन डेड हाे गया है।

Conclusion:रिपाेर्ट कंफर्मेशन के लिए ही रैफर किया
हमने रिपाेर्ट काे कंफर्मेशन के लिए अागे भेजा था। रिपाेर्ट के बारे में हमने न मरीज काे बताया था अाैर न ही उनके परिजनाें काे। यह रिपाेर्ट गुप्त रखी जाती है। मरीज काे पांच ग्राम खून था, एेसे में हमने इलाज के लिए इन्हें शिमला रैफर किया था।
डाॅ. चिन्मय देब वर्मा, संजीवनी अस्पताल राेहडू
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