शिमला: नगर निगम में तैनात सैहब सोसायटी कर्मियों की नगर निगम ने सभी मांगे मान ली है, जिससे अब कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला वापस ले लिया है. दरअसल सैहब कर्मी वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे, लेकिन निगम उनकी मांगों को अनसुना कर रहा था. जिसके चलते कर्मियों ने हड़ताल पर जाने की चेतवानी दी थी, लेकिन बुधवार को नगर निगम के आयुक्त के साथ हुई बैठक में उनकी मांगों को अक्टूबर में पूरा करने का नगर निगम द्वारा आश्वासन दिया गया है.
सैहब सोसायटी कर्मचारी यूनियन में अध्यक्ष जसवंत सिंह ने कहा कि जिन कर्मियों को एक साल हो गया है और जो कर्मचारी ओवरटाइम कर रहे हैं. उनके वेतन में बढ़ोतरी की मांग की जा रही थी. हालांकि नगर निगम ने अप्रैल में 10 फीसदी वेतन में बढ़ोतरी की थी, लेकिन ऐसे कई कर्मी थे, जिनका वेतन नहीं बढ़ाया गया था.
उन्होंने कहा कि आज नगर निगम के आयुक्त ने उनकी सभी मांगो को अक्टूबर तक पूरा करने का आश्वासन दिया है. वहीं, अगर निगम उनकी मांगों को नहीं मानता है तो, काम ठप किया जाएगा.
बता दें कि शहर में सैहब सोसायटी में 800 कर्मी हैं. जो हर रोज शहर के 40 हजार घरों से डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रित करते हैं. ऐसे में अगर ये कर्मी हड़ताल पर जाते हैं तो शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है.
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