शिमला: राजधानी शिमला में बीतें दिन हुई बारिश के बाद अब लैंडस्लाइड होने की घटनाएं शुरू हो गई है. बुधवार रात मशोबरा में लैंडस्लाइड (landslide in Mashobra of shimla) हुआ है, जिससे 6 भवन खतरे की जद में आ गए हैं और करीब डेढ़ सौ लोग बेघर हो गए हैं. लैंडस्लाइड के चलते भवन गिरने की कगार पर पहुच गए हैं एक भवन की धरातल मंजिल का हिसा भी धंस गई है.
इसकी सूचना मिलते ही प्रशासन भी मौके पर पहुंचा गया है और इन भवनों को खाली करवाने का फरमान जारी कर दिया गया है. लोगों को यहां से जाने के लिए कहा जा रहा है. बताया जा रहा है कि भवनों के साथ ही नीचे किसी सड़क निर्माण के चलते ये लैंडस्लाइड हुआ है. सड़क के निर्माण से जगह बैठ गई थी और बीते दिन भारी बारिश से यहां लैंडस्लाइड हुआ. वहीं, लोगों ने बिल्डर पर मनमानी से काम करने के आरोप लगाए हैं और प्रशासन से उन पर कार्रवाई की मांग भी की है.
भवन में रहे सुभद्रा और आशा शर्मा ने कहती हैं कि, काफी समय से यहां निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिससे जमीन बैठ रही थी और इसके लिए पुलिस और प्रशासन को भी शिकायत दी थी लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. जिसके चलते बीती रात एक बजे लैंडस्लाइड हुआ है जिससे भवनों को खतरा हो गया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा उन्हें भवन खाली करवाने को कहा जा रहा है, लेकिन वे कहां जाएंगे. प्रभावित परिवारों ने प्रशासन से जल्द से जल्द बिल्डर पर कार्रवाई की मांग की है.
वहीं, मौके पर नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर शैलेंद्र चौहान भी पहुंचे और उन्होंने प्रशासन और सरकार से इन लोगों को मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि यहां पर पिछले 30 सालों से यह लोग रह रहे थे और बड़ी मुश्किल से लोगों ने अपने यहां पर मकान बनाए थे, लेकिन यहां पर एक निजी बिल्डर द्वारा प्लॉट के लिए सड़क निर्माण (Road Construction in Mashobra) किया जा रहा है और मशीनों से खुदाई की जा रही है. जिससे यह मिट्टी बैठ गई (landslide in shimla) और भवनों को खतरा पैदा हो गया है. उन्होंने भी बिल्डर पर कार्रवाई करने की मांग भी की.
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