शिमलाः देशभर में पेयजल की मात्रा में भारी गिरावट आ रही है. घटते जलस्तर ने सभी की चितांओं को बढ़ा दिया है. बुधवार को जल स्रोत प्रबन्धन के लिए योजना विभाग ने विभिन्न वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया. बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने की.
बैठक में जल शक्ति अभियान के लिए राज्य स्तरीय समिति के गठन व जिला स्तर की कार्य योजना बनाने पर भी विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में पानी को बचाने के लिए जल स्त्रोतों व भू-जल के नवीनीकरण करने के साथ वर्षा जल संग्रहण करने पर भी जोर दिया गया.
मुख्य सचिव ने वर्षा जल संरक्षण की जरुरत के बारे बताते हुए कहा कि राज्य स्तर पर जल के बचाने करने के लिए उचित कदम उठाने होंगे. उन्होंने कहा कि सभी विभागों को जल के बचाव के लिए नए उपाय तलाशने के लिए कार्य करना होगा.
मुख्य सचिव ने जल संरक्षण के लिए पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के वैज्ञानिकों से भी जानकारी लेने की बात कही. इस दौरान बारिश के पानी को भी बचाने के लिए वर्षा जल संग्रहण नीति में बदलाव करने पर भी चर्चा हुई.
मुख्य सचिव ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को टीम की तरह कार्य करने के निर्देश दिए. सचिव ने कहा कि पानी को बचाने के लिए सभी को जागरूक होना समय की मांग है.
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