शिमला: प्रदेश के सबसे अस्पताल आईजीएमसी में अस्पताल प्रशासन ने सरकार के आदेशों के बाद 50 नए बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है, जिससे 88 बेड तक बढ़ाया जा सकता है. यानी 88 कोरोना पीड़ितों का इलाज एक साथ किया जा सकता है.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर आईजीएमसी में अलर्ट जारी है, जिसकों लेकर 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन के पास पहले से ही कुछ वेंटिलेटर थे, लेकिन राज्य सरकार द्वारा 50 नए वेंटिलेटर दिए जाने पर 72 बेड पर वेंटिलेटर लगा दिए गए हैं. जिससे कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज सही तरीके से हो सके.
डॉ. जनक राज ने बताया कि अस्पताल को मिलने वाले 50 वेंटिलेटर में से कुछ ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर भी शमिल है. उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर का उपयोग एमआरआई, सिटी स्कैन, एक्सरे या मरीज को पीजीआई रेफर करने के लिए किया जाता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में पीड़ित को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए एम्बु बैग का उपयोग किया जा रहा है.
आईजीएमसी के एमएस ने बताया कि फरवरी 2020 में चार ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर ट्राइज वार्ड में लगाय गए थे. वहीं, अब नए ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर मिलने से मरीजों के इलाज में आसानी होगी और मृत्यु दर में भी कमी आएगी. उन्होंने कहा कि 50 नए बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार होने से कोविड-19 के मरीजों को राहत मिलेगी.
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