शिमला: मानवीय चूक के कारण होने वाले सड़क हादसों(road accidents) में कमी लाने को लेकर सरकार ने सड़क सुरक्षा क्लबों (road safety clubs)और सड़क सुरक्षा जागरूकता केंद्र (Road Safety Awareness Center)की स्थापना का निर्णय लिया. प्रदेश सचिवालय(Secretariat) में हुई बैठक में स्कूलों और कॉलेजों के सहयोग से सड़क सुरक्षा गतिविधियों ठीक तरीके से चलाने के बारे में भी बातचीत हुई.
बैठक में सड़क सुरक्षा क्लबों और सड़क सुरक्षा जागरूकता केंद्रों की स्थापना का निर्णय लिया गया. इसके लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को 10 हजार रुपए प्रति विद्यालय और राजकीय महाविद्यालयों को 25 हजार रुपए प्रति महाविद्यालय सीड मनी(Seed money) के रूप में देने की स्वीकृति प्रदान की गई. सड़क सुरक्षा क्लबों और सड़क सुरक्षा जागरूकता केन्द्रों के माध्यम से विद्यार्थियों तथा आम लोगों को नशा सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए भी विभिन्न प्रयास किए जाएंगे. बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन जे.सी. शर्मा(Additional Chief Secretary Transport J.C. Sharma) कहा कि समाज के सभी वर्गों के लिए सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विविध विषयों पर विस्तरित चर्चा की जरूरत है.
बैठक में प्रदेश में बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए परिवहन विभाग द्वारा प्रायोगिक आधार पर आरटीओ ऊना(RTO Una) में पहला आदर्श बाल यातायात पार्क(Adarsh Children's Traffic Park) स्थापित करने को स्वीकृति भी प्रदान की गई. तीव्र गति व नशा सेवन के कारण होने वाले सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग को लेजर गन(laser gun) व अल्कोहल सेंसर(alcohol sensor) की खरीद प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए गए. इसके लिए 21 अगस्त को बैठक में 75 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई थी.
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