शिमला: हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन (hp vidhan sabha budget session) विपक्षी सदस्यों का सदन में हंगामा देखने को मिला. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि जयराम सरकार अपने विधायकों की जासूसी करवा रहे हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार के अफसर मैसेज कर रहे हैं कि विधायकों के पीएसओ उनकी लोकेशन भेजें. सीआईडी के व्हाट्सअप ग्रुप में ऐसे मैसेज आए हैं. विधायक को पता न लगे कि उनकी लोकेशन ट्रैक हो रही है, क्या सरकार को सत्ता पक्ष के विधायक पर भी भरोसा नहीं है. मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि सुरक्षा कर्मियों से विधायकों की जासूसी करवाई जा रही है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह विधायकों से (himachal budget session) जुड़ा हुआ विषय है. इस प्रकार के आदेश और निर्देश किसी भी प्रकार से सरकार की तरफ से नहीं दिए गए हैं. उन्होंने पूछा कि जहां से नेता प्रतिपक्ष ने यह मैसेज किया है, वह सोर्स विश्वसनीय है या नहीं, मैं यह जानना चाहता हूं. विधायकों के ऑफिस में उनकी लोकेशन से जुड़े हुए प्रश्न कई बार आते रहते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसओ, विधायक की सिफारिश पर उनके अनुसार ही रखा जाता है, इसलिए यह विषय इतना संवेदनशील करने की जरूरत नहीं है. इनके अलावा यह विषय विधायक निजता से जुड़ा हुआ नहीं है. हिमाचल जैसे प्रदेश जो की शांतिपूर्ण है, लेकिन अगर इस मैसेज में सच्चाई पाई गई तो कार्रवाई की जाए.
विधायकों के निजता की जानकारी सरकार को नहीं है लेकिन विधायकों के साथ दुर्व्यवहार ना हो और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार की इस प्रकार की कोई मंशा नहीं है और कहा की विधायकों की निजता को सुरक्षित रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर इस प्रकार का मैसेज भेजा गया है तो वह गैर जिम्मेदाराना है और सरकार इसका पता करेगी. मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन हंगामा शुरू किया. कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने सदन में कहा कि मुझे PSO नहीं दिया गया है, लोकल स्तर पर MLA की रेकी की जा रही है.
विधायकों के निजता की जानकारी सरकार को नहीं है, लेकिन विधायकों के साथ दुर्व्यवहार ना हो और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार की इस प्रकार की कोई मंशा नहीं है और कहा की विधायकों की निजता को सुरक्षित रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर इस प्रकार का मैसेज भेजा गया है तो वह गैर जिम्मेदाराना है और सरकार इसका पता लगाएगी. मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने सदन में हंगामा किया.
कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने सदन में कहा कि मुझे पीएसओ नहीं दिया गया है, लोकल स्तर पर विधायक की रेकी की जा रही है. सतपाल रायजादा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आम तौर पर उस व्यक्ति को पीएसओ दिया जाता है, जिसको विधायक चाहते हैं. पुलिस विभाग यह भी देखता है कि जिस व्यक्ति की मांग विधायक कर रहे हैं क्या वह इस योग्य है या नहीं.
पीएसओ की विश्वसनीयता विभाग द्वारा जांची जाती है. उन्होंने कहा कि कई बार विधायकी की सुरक्षा या उनके विरोध जैसे काले झंडे दिखाए जाते हैं, इस प्रकार की बात ना हो इसलिए भी विधायकों की लोकेशन जानी जाती है, लेकिन विधायकों की जासूसी करवाना सरकार की मंशा नहीं है.
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