शिमला: प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए नुकसान की भरपाई व राहत कार्यों के लिए हिमाचल को केंद्र सरकार से तीन साल में 1892 करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली है. केंद्र से ये मदद एसडीआरएफ व एनडीआरएफ निधि के तहत आई है. विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान राजस्व मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी.
अनुपूरक सवाल में विधायक जगत नेगी ने जानना चाहा था कि क्या इस प्रक्रिया में सरकार विधायकों को भी शामिल करेगी. इस पर मंत्री ने कहा कि इस फंड के आवंटन में विधायकों की भागीदारी पर सरकार विचार करेगी. मंत्री ने बताया कि राहत राशि 2021-22 के लिए 454 करोड़, 2022-23 के लिए 476 करोड़, 2023-24 के लिए 501 करोड़, 2024-25 के लिए 525 करोड़ आएगी.
मंत्री ने सदन में ये भी जानकारी दी कि इस वित्त वर्ष में सूखे के कारण जो नुकसान हुआ, उसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 645 करोड़ रुपए का शैल्फ दिया. वहीं, महेंद्र सिंह ठाकुर ने विधानसभा में ये भी जानकारी दी कि धर्मशाला में वॉर म्यूजियम को जल्द ही आम जनता व सैलानियों के लिए खोला जाएगा. महेंद्र सिंह ठाकुर के पास सैनिक कल्याण विभाग भी है.
वॉर म्यूजियम के निर्माण पर 10 करोड़ 26 लाख 98 हजार रूपये खर्च हो चुके हैं. मंत्री ने बताया कि म्यूजियम को जल्द ही खोल दिया जाएगा. म्यूजियम का तीन मंजिला भवन बनकर तैयार है. इसमें फील्ड मार्शल मानेक शॉ का म्यूरल यानी भित्ति चित्र लगेगा. म्यूजियम में जल सेना, वायुसेना के जहाज के मॉडल रखे जाएंगे. पुरातन काल से आज तक की युद्ध की पद्धतियों को लोग बटन दबाकर सुन सकेंगे.
एलईडी स्क्रीन के माध्यम से परमवीर चक्र विजेता, महावीर चक्र विजेताओं के शौर्य को देख भी सकेंगे. मंत्री ने कहा कि तीन मंजिल के निर्माण पर 10 करोड़ 26 लाख खर्च हो चुके हैं. अब 75 लाख रूपये बाकी बचे हैं. कुछ धनराशि की राज्य सरकार से और भी मांग की गई है. यह मामला वित्त विभाग से उठाया गया है. मंत्री ने कहा कि जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, शेष कार्य भी आरंभ कर देंगे. उन्होंने कहा कि इस युद्ध संग्रहालय में 33 प्रकार के हथियार रखे जाएंगे. यहां 55 इंच की एलईडी स्क्रीन लगेगी, जिसमें भारतीय सेना का शौर्य देखा जा सकेगा.
3 साल में किस जिले को कितना फंड | |
बिलासपुर | 34.87 करोड़ |
चंबा | 81.06 करोड़ |
हमीरपुर | 32.07 करोड़ |
कुल्लू | 62.86 करोड़ |
कांगड़ा | 145. 66 करोड़ |
किन्नौर | 36.56 करोड़ |
लाहौल-स्पीति | 17.77 करोड़ |
मंडी | 147. 32 करोड़ |
शिमला | 110.59 करोड़ |
सिरमौर | 51. 05 करोड़ |
सोलन | 60.38 करोड़ |
ऊना | 61.42 करोड़ |
कुल | 841.60 करोड़ |
ये भी पढ़ें:जोगिंद्रनगर में फिर सामने आई कांग्रेस की गुटबाजी, राठौर बोले: यही हाल रहा तो चुनाव जीतना मुश्किल