शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी अस्पताल में ठप पड़ी एमआरआई (मैग्नैटिक रेजोनेंस इमेजिंग) मशीन के खराब होने पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. अदालत ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी कर स्टेट्स रिपोर्ट तलब की है.
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एल.नारायण स्वामी और न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है और स्टेट्स रिपोर्ट तलब की है. इस बारे में मीडिया में आई खबरों के अनुसार आईजीएमसी अस्पताल में स्थापित एकमात्र एमआरआई मशीन तकनीकी खराबी के कारण ठप पड़ी है. अस्पताल में हर रोज कम से कम 15 मरीजों का एमआरआई टेस्ट होता है. मशीन खराब होने से दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले गरीब तबके के मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है.
जिन मरीजों को एमआरआई टेस्ट करवाने की डेट दी गई थी, उन्हें मशीन की खराबी के कारण वापस लौटना पड़ रहा है. ऐसे में मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है. मशीन की खराबी से मरीजों को परेशानी झेलनी होती है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 13 दिसंबर को होगी.
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