शिमला: राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा चुनाव प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि एक भी मतदाता मतदान से छूटे ना पाए. इसके अलावा विभाग द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी, निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी और आईटी नोडल अधिकारियों को प्रक्षिण दिया जा रहा है. ये जानकारी अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रुपाली ठाकुर ने दी.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रुपाली ठाकुर ने बताया कि सेवाहर्ता मतदाताओं की सुविधा के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित पोस्टल बैलट सिस्टम (ईटीपीबीएस) एक बेहतर विकल्प है. उन्होंने बताया कि आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य निर्वाचन विभाग के आईटी प्रोग्रामर वीरेन्द्र चौहान ने धर्मशाल व पच्छाद विधानसभा क्षेत्रों के आरओ, ईआरओ और आईटीनोडल अधिकारियों को सेवाहर्ता मतदाताओं की सुविधा के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित पोस्टल बैलट सिस्टम (ईटीपीबीएस) के संबंध में विस्तृत जानकारी दी और उनकी विभिन्न समस्याओं का समाधान किया.
रुपाली ठाकुर ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ईटीपीबीएस से संबंधित ई-पोस्टल बैलेट बनाने, भारत चुनाव आयोग द्वारा जारी ऑफलाइन डेस्कटॉप एप्लीकेशन के प्रयोग, ई-पोस्टल बैलेट की पूर्व गणना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई. इस प्रणाली के माध्यम से पोस्टल बैलेट को इंटरनेट द्वारा सेवाहर्ता मतदाताओं को भेजा जाएगा व इसके माध्यम से वो अपने मत का प्रयोग अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर किसी कर सकेंगे.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रुपाली ठाकुर ने बताया कि ईटीपीबी प्रणाली को भारत निर्वाचन आयोग ने सी-डैक की सहायता से सेवाहर्ता मतदाताओं के उपयोग के लिए विकसित किया है. इस प्रणाली में ओटीपी व पिन के माध्यम से गोपनीयता रखी जाती है. इसके अलावा सभी सेवाहर्ता मतदाताओं के ई-पोस्टल बैलेट पर अंकित यूनिक क्यू आर कोड के कारण इलैक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित पोस्टल बैलट द्वारा प्रयोग किए गए मत की डुप्लिकेशन संभव नहीं है.