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गेयटी थियेटर में कार्यक्रम का आयोजन, शिक्षा मंत्री ने दिए विजेताओं को पुरस्कार

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Published : Sep 14, 2019, 8:37 PM IST

शिमला के गेयटी थियेटर में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में शिक्षा मंत्री ने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों और हिंदी प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कार दिए.

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शिमला: गेयटी थियेटर में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों और हिंदी प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. बता दे कि 10 से 12 सितंबर तक आयोजित हिंदी पखवाड़े में निबंध लेखन, भाषण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में विजेता रहने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया.

इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 14 सितंबर 1949 को संविधान ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. उस समय से 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है और हिंदी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आज के समय में लोग हिंदी की अपेक्षा अंग्रेजी को अधिक महत्व देते है. उन्होंने कहा कि अगर हिंदी का अधिक प्रयोग हो तो आने वाली युवा पीढ़ी को भी भाषा समझने में आसानी होगी.

वीडियो.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अधिकतर विकसित देशों में अपनी राजभाषा का प्रयोग किया जाता है.1977 में प्रदेश में सरकार ने हिंदी के प्रयोग के आदेश पारित किए थे लेकिन इसके बावजूद हिंदी के प्रचलन में कमी आ रही है. इस कमी को दूर करने के लिए एक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है.

शिमला: गेयटी थियेटर में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों और हिंदी प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. बता दे कि 10 से 12 सितंबर तक आयोजित हिंदी पखवाड़े में निबंध लेखन, भाषण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में विजेता रहने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया.

इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 14 सितंबर 1949 को संविधान ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. उस समय से 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है और हिंदी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आज के समय में लोग हिंदी की अपेक्षा अंग्रेजी को अधिक महत्व देते है. उन्होंने कहा कि अगर हिंदी का अधिक प्रयोग हो तो आने वाली युवा पीढ़ी को भी भाषा समझने में आसानी होगी.

वीडियो.

सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अधिकतर विकसित देशों में अपनी राजभाषा का प्रयोग किया जाता है.1977 में प्रदेश में सरकार ने हिंदी के प्रयोग के आदेश पारित किए थे लेकिन इसके बावजूद हिंदी के प्रचलन में कमी आ रही है. इस कमी को दूर करने के लिए एक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है.

Intro:हिमाचल प्रदेश में हिंदी के प्रचलन में आई कमी को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। प्रदेश की मुख्य भाषा हिंदी है यहां पर केवल बोलियां बोली जाती है। यह बात शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज राज्यस्तरीय राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आज के समय में भीयह प्रचलन बढ़ गया है कि लोग हिंदी की अपेक्षा अंग्रेजी को अधिक महत्व देते है । यहां तक कि कार्यालय में भी अंग्रेजी में कार्य हो रहा है,लोग अंग्रेजी को अपनी प्रतिष्ठाता का प्रतीक मानते है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदी का अधिक प्रयोग हो तो आने वाली युवा पीढ़ी को भी इसे समझने में आसानी होगी।

Body:सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अधिकतर विकसित देशों में अपनी राजभाषा का प्रयोग किया जाता है।1977 में प्रदेश में सरकार द्वारा हिंदी के प्रयोग के आदेश पारित किए गए थे,बावजूद इसके हिंदी के प्रचलन में कमी आ रही है। इस कमी को दूर करने की आवश्यकता है ,जिसके लिए एक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि 14 सितंबर 1949 को संविधान ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। उस समय से लेकर14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है ओर हिंदी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है।

Conclusion:गेयटी थिएटर में आयोजित राज्यस्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान शिक्षा मंत्री ने हिंदी के
क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों ओर हिंदी प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरुस्कार दे कर सम्मानित किया। बता दे कि 10 से 12 सितंबर तक आयोजित हुए हिंदी पखवाड़े के तहत निबंध लेखन ,भाषण ओर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया जिसमें विजेता रहने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।
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