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रामपुर पुलिस ने 80 प्रतिशत चिट्टे का कारोबार किया खत्म: DSP

रामपुर पुलिस नशे को जड़ से खत्म करने के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है. डीएसपी अभिमन्यु ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 2 साल में रामपुर में 78 लोगों पर नशे के मामले दर्ज किए गए हैं. यह मामले साल 2018 से 2020 तक के हैं. उन्होंने बताया कि शहर में पहले से नशे में 80 प्रतिशत की कमी आई है.

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Published : Sep 29, 2020, 3:43 PM IST

DSP Abhimanyu on drugs in Rampur
फोटो.

रामपुर: प्रदेश में नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है. रामपुर पुलिस नशे को जड़ से खत्म करने के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है. शहर में बीते सालों में चिट्टे का कारोबार काफी बढ़ गया था. जिसको लेकर डीएसपी रामपुर अभिमन्यु ने नशे पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चलाए.

वहीं, डीएसपी अभिमन्यु ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 2 साल में रामपुर में 78 लोगों पर नशे के मामले दर्ज किए गए हैं. यह मामले साल 2018 से 2020 तक के हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान नशे का कारोबार शहर में कुछ हद तक कम हुआ है, लेकिन अब बॉर्डर खुलने के बाद नशे के सौदागर फिर से अपना कार्य शुरू कर सकते हैं. जिसको लेकर पुलिस इनसे निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है.

वीडियो रिपोर्ट

डीएसपी ने बताया कि कड़ी मशक्कत वह लोगों के सहयोग से नशे का कारोबार करने वालों को पकड़ने में सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि शहर में पहले से नशे में 80 प्रतिशत की कमी आई है.

डीएसपी ने युवाओं को सही दिशा ना मिलना, शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ना आदि नशे के मुख्य कारण बताएं है. उन्होंने बताया कि अभिभावकों को अपने बच्चों की ओर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.

18 से 19 साल के युवा नशे के शिकार

वहीं, अभिमन्यु ने बताया कि 18 से 19 साल के बीच के युवा नशे की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं. ऐसे में उनका विशेष ध्यान रखना जरूरी है, उन्हें एक अच्छा वातावरण देना, बेहतरीन व्यवहार करना, अभिभावकों के लिए भी जरूरी है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि रामपुर पुलिस नशे के खिलाफ यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी और नशा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

ये भी पढ़ेंः मेडिकल कॉलेज नेरचौक में कोरोना से महिला की मौत, प्रदेश में आंकड़ा पहुंचा 177

रामपुर: प्रदेश में नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है. रामपुर पुलिस नशे को जड़ से खत्म करने के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है. शहर में बीते सालों में चिट्टे का कारोबार काफी बढ़ गया था. जिसको लेकर डीएसपी रामपुर अभिमन्यु ने नशे पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चलाए.

वहीं, डीएसपी अभिमन्यु ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 2 साल में रामपुर में 78 लोगों पर नशे के मामले दर्ज किए गए हैं. यह मामले साल 2018 से 2020 तक के हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान नशे का कारोबार शहर में कुछ हद तक कम हुआ है, लेकिन अब बॉर्डर खुलने के बाद नशे के सौदागर फिर से अपना कार्य शुरू कर सकते हैं. जिसको लेकर पुलिस इनसे निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है.

वीडियो रिपोर्ट

डीएसपी ने बताया कि कड़ी मशक्कत वह लोगों के सहयोग से नशे का कारोबार करने वालों को पकड़ने में सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि शहर में पहले से नशे में 80 प्रतिशत की कमी आई है.

डीएसपी ने युवाओं को सही दिशा ना मिलना, शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ना आदि नशे के मुख्य कारण बताएं है. उन्होंने बताया कि अभिभावकों को अपने बच्चों की ओर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.

18 से 19 साल के युवा नशे के शिकार

वहीं, अभिमन्यु ने बताया कि 18 से 19 साल के बीच के युवा नशे की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं. ऐसे में उनका विशेष ध्यान रखना जरूरी है, उन्हें एक अच्छा वातावरण देना, बेहतरीन व्यवहार करना, अभिभावकों के लिए भी जरूरी है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि रामपुर पुलिस नशे के खिलाफ यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी और नशा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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