रामपुर: श्रीखंड महादेव यात्रा (Shrikhand Mahadev trek) में हिमाचल सहित बाहरी राज्यों के शिव भक्तों का भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यात्रा में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी ,महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटका, गुजरात, केरला, सहित कई अन्य राज्यों के सैकड़ों श्रद्धालु 18,570 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव के पवित्र शिवलिंग के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. यात्रा के दौरान श्रद्धालु रोमांच के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद भी उठा रहे हैं. शनिवार को सावन के पहले दिन भी कई भक्तों ने महादेव के दर्शन किए.
श्रीखंड महादेव यात्रा पर पहुंची गुरुग्राम निवासी शम्मी गुप्ता ने बताया कि ये यात्रा बहुत कठिन भी है और आसान भी. यात्रा में कई जगह उतार चढ़ाव आते हैं. इसलिए यात्रा के दौरान आपके साथ किसी स्थानीय का होना बेहद जरूर है, ताकि आपकी यात्रा अच्छे से पूरी हो सके. वहीं ड्रीम ग्रुप महाराष्ट्र के 45 वर्षीय किशोर पाटिल और 36 वर्षीय हर्षित ने बताया कि उन्हें इस यात्रा के बारे में यूट्यूब से पता चला था. जिसके बाद उन्होंने इस यात्रा पर आने का फैसला लिया. उन्होंने बताया कि ये यात्रा बहुत कठिन है. हालांकि उन्हें यात्रा के दौरान कोई खासी परेशानी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि इस यात्रा पर आने के लिए आपका शारीरिक रूप से स्वस्थ होना बेहद जरूरी है. इसलिए स्वस्थ व्यक्ति ही इस यात्रा पर आए.
41 श्रद्धालुओं की हो चुकी मौत: वर्ष 2011 से अब तक श्रीखंड यात्रा पर 41 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. 18,570 फीट की उंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव के दर्शन को हर वर्ष हजारों श्रद्धालु देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचते हैं. वहीं, साल 2021 में दिल्ली के 6 युवक यात्रा से पूर्व बिना अनुमति के श्रीखंड महादेव गए थे. इन युवकों पर पुलिस ने 4 हजार रुपए का जुर्माना लगाया था. पुलिस ने यह कार्रवाई उपायुक्त कुल्लू के श्रीखंड महादेव यात्रा पर रोक के आदेश का उल्लंघन करने पर की थी.
पैदल ही होती यात्रा: यहां घोड़े-खच्चर व पालकी की व्यवस्था नहीं होती. इसलिए ये यात्रा पैदल ही करनी होती है. श्रीखंड महादेव की यात्रा (Shrikhand Mahadev Yatra 2022) के लिए हर श्रद्धालु का पंजीकरण अनिवार्य है. यदि कोई बिना पंजीकरण के जाता है तो वह तमाम सुविधाओं से वंचित रहेगा. पकड़े जाने पर मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है. बता दें कि श्रीखंड महादेव की ये यात्रा 24 जुलाई तक जारी रहेगी. इस यात्रा के लिए प्रशासन की ओर से भी जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए इंतजाम किए गए हैं, ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े. वहीं, खराब मौसम के चलते प्रशासन (Weather of Himachal Pradesh) ने श्रद्धालुओं को अलर्ट भी किया.
ये भी पढ़ें: सावन का आगाज: रंग बिरंगे फूलों से महका मां चिंतपूर्णी का दरबार, माता के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु