किन्नौरः जनजातीय जिला में इन दिनों अब जल विद्युत परियोजनाओं ने अपना काम जोरों पर शुरू कर दिया है. ऐसे में कुछ जल विद्युत परियोजनाओं ने अपने कार्य के दौरान टिप्परों में मलवे को गुप्त तरीके से सतलुज में फेंकने का मामला सामने आया है. जिसके बाद कुछ लोगों ने इस विषय पर नाराजगी जताई है.
इस बारे में कल्पा के बागवान जिया लाल नेगी ने जलविद्युत परियोजनाओं के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि इन दिनों कुछ परियोजनाओं का काम चल हुआ है और अपने टनल के कार्य के बाद मलवा व दूसरे प्रकार के अनावश्यक चीजों को सतलुज में फेंका जा रहा है.
जिससे आसपास के क्षेत्र में धूल उड़ रही हैं जबकि नियमानुसार परियोजनाओं को एक जगह चयनित किया गया है. इसके बावजूद भी गुपचुप रूप से परियोजनाएं अपने मलवे को इधर-उधर फेंकने से सतलुज को दूषित कर रहे हैं. साथ ही इन दिनों सेब की फ्लावरिंग का समय नजदीक है. जिसे काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने प्रशासन से इस विषय पर कार्रवाही की मांग भी की है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में धूल मिट्टी के साथ मौसम के बिगड़ते मिजाज से सेब के आने वाली फसल को भी खतरा बना रहता है. जिसको लेकर अब बागवानों की चिंता रहती है कि जलविद्युत परियोजनाओं ने जगह-जगह पर मलबा फेंकने से सेब के बगीचों को भारी नुकसान हो सकता है. जिस पर हर वर्ष प्रशासन के पास लोग शिकायत देते रहते हैं.
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