रामपुर: किसान मजदूर भवन के चाटी कार्यालय में गुरुवार को देवकी नंद की अध्यक्षता में दलित शोषण मुक्ति मंच की बैठक आयोजित की गई. बैठक में राज्य संयोजक जगत राम विशेष रूप से मौजूद रहे. बैठक में निरमंड, रामपुर, कुमारसैन ब्लॉक के सदस्य उपस्थित रहे. बैठक में मौजूद सदस्यों को संबोधित करते हुए राज्य संयोजक ने मंच के उद्देश्य एवं भविष्य के लिए राज्य कमेटी द्वारा तय किये गए कार्यों को लेकर जानकारी दी.
इस दौरान जगत राम कहा कि मंच दलितों के मुद्दों को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगा. इस कड़ी में राज्य व ब्लॉक स्तर पर दलितों के मुद्दों पर अधिवेशन, बैठक और धरना-प्रदर्शन होंगे. इसके लिए मंच नवम्बर और दिसंबर माह में दलितों के मुद्दों पर जनजागरण अभियान चलाएगा. इस अभियान का समापन 12 दिसम्बर को शिमला के कालीबाड़ी हॉल में एक राज्य स्तरीय अधिवेशन के रूप में होगा, जिसमें तीन सौ से ज्यादा प्रतिनिधि भाग लेंगे.
राज्य संयोजक जगत राम ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर की जीवनी, संविधान के मूल्यों की रक्षा करने, संविधान की प्रस्तावना को सभी कार्यालयों में स्थापित करने, दलितों पर बढ़ते हमलों को रोकने, अनुसूचित जाति, जनजाति उत्पीड़न रोकथाम कानून को सख्ती से लागू करने, निजी क्षेत्र में आरक्षण व्यवस्था लागू करने, सरकारी नौकरियों में नियमित भर्तियां करने व आरक्षण व्यवस्था लागू करने, दलितों के रिक्त पदों को जल्द भरने और जनजाति उप योजना के बजट को दलितों के विकास के लिए खर्च करने व इसके दुरुपयोग को रोकने आदि मुद्दों पर दलित समुदाय को शिक्षित व लामबंद किया जाएगा.
बैठक में जगत राम ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में देश व प्रदेश में दलितों का उत्पीड़न बढ़ा है. उन पर शारीरिक हमले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन हमलों व उत्पीड़न पर खामोश रही है. बैठक में निर्णय लिया गया कि निरमंड, रामपुर, कुमारसैन, ननखड़ी और किन्नौर में 20 नवंबर से पहले ब्लॉक स्तर पर मीटिंग की जाएगी व कमेटी का गठन भी किया जाएगा.
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