शिमलाः हिमाचल में कोविशिल्ड की 93 हजार डोज उपलब्ध करवाई गई हैं. प्रदेश के 46 स्थानों पर टीकाकरण किया जाएगा. इससे करीब 42 हजार लोगों को इस खेप से टीकाकरण कर सकते हैं और एक दिन में करीब 5 हजार लोगों का टीकाकरण किया जा सकता है.
16 जनवरी को शुरू होगी वैक्सीनेशन प्रक्रिया
हिमाचल प्रदेश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. प्रदेश को सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड वैक्सीन मिलेगी. हिमाचल को कुल 93 हजार इंजेक्शन मिलेंगे. यह खेप एयर ट्रांसपोर्टेशन के माध्यम से शिमला पहुंचाई जाएगी. आईजीएमसी और मेडिकल कॉलेज टांडा लाइव तकनीक के माध्यम से केंद्र सरकार से जुड़े रहेंगे.
'दो डोज लगाना आवश्यक'
प्रदेश स्वास्थ्य सचिव के अमिताभ अवस्थी ने कहा कि लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही हैं. इस वैक्सीन को बड़ी मेहनत के साथ बनाया है. पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों पर विश्वास है. यह टीकाकरण का पूरा अभियान स्वैच्छिक है, लेकिन इस टीकाकरण की दो डोज लगाना जरूरी है.
कोरोना नियमों की पालना जरूरी
टीकाकरण के 42 दिन बाद इसका असर दिखना शुरू होगा. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इस 42 दिन तक उसे वो सभी उपाय अपनाना जरूरी हैं जो कोरोना से बचाव के लिए जरूरी हैं. मास्क लगाना हाथों को बार-बार धोना खासकर खाने से पहले इसके अलावा सेनिटाइजेशन की प्रक्रिया को अपनाना भी जरूरी है. भारत सरकार द्वारा दिए निर्देशों के अनुसार प्रदेश भर के 46 केंद्रों पर यह वैक्सीन शुरू में लगाई जाएगी. पहले सिर्फ कोरोना योद्धाओं को ही कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी.
टास्क फोर्स का गठन
वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यसचिव की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय संचालन समिति, सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स, जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स और खंड स्तर पर उपमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में खंड टास्क फोर्स का गठन किया है.
राज्य वैक्सिनेशन स्टोर शिमला में स्थापित
उन्होंने कहा कि राज्य वैक्सिनेशन स्टोर शिमला में स्थापित किया गया है, जबकि धर्मशाला और मंडी में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं. चिकित्सा महाविद्यालयों, खंड स्तर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी 371 स्टोर बनाए गए हैं.
एक बार खोली गई वैक्सीन का उपयोग चार घंटे के भीतर करना जरूरी
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रत्येक लॉन्च साइट के लिए वैक्सीन के 10 प्रतिशत अपव्यय के साथ संभावित वैक्सीन आवंटन की गणना की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक बार खोली गई वैक्सीन की शीशी का उपयोग चार घंटे के भीतर ही करना होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान आवंटन में फर्स्ट इन फर्स्ट आउट के साथ लाभार्थी के लिए द्वितीय डोज सुरक्षित की जाएगी.
उन्होंने कहा कि राज्य ने लाभार्थियों के अनुसार एडी सिरिंज पर्याप्त मात्रा में प्राप्त की हैं और उन्हें जिलों को वितरित कर दिया गया है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 0.5 मिली लीटर एडी सिरिंजों का अतिरिक्त भंडारण राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला और क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी व धर्मशाला में किया गया है.
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