शिमला: हिमाचल(Himachal) में किसान -बागवानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा. सेब सीजन(apple season) खत्म होने के बाद अब बागवान सेब के पेड़ों को तौलिया(towel) करने में जुटे और खाद न मिलने से बागवान परेशान है. वहीं, कांग्रेस ने इसको लेकर निशाना साधा और डबल इंजन(double engine) का दम भरने वाली सरकार बागवानों को खाद तक उपलब्ध न करवाने के आरोप लगाए है.
जिला कांग्रेस कमेटी शिमला(District Congress Committee Shimla) ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा(Yashwant Chhajta) ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन(Party Headquarters Rajiv Bhawan) में कहा कि वर्तमान सरकार वक्त रहते उचित निर्णय लेने में विफल रही, जिसका खामियाजा प्रदेश के किसानों और बागवानों को भुगतना पड़ रहा. उन्होंने कहा कि सेब सीजन खत्म होने के बाद अब बागवानों को खाद की सख्त जरूरत है. ठियोग के कुछ क्षेत्रों में खाद सामग्री पहुंची ,जबकि रोहडू, जुब्बल-कोटखाई, चौपाल, किन्नौर सहित अन्य सेब बहुल क्षेत्रों में बागवानों को खाद उपलब्ध नहीं हो पाई. छाजटा ने कहा कि खाद की अभी आवश्यका बाद में मिलेगी तो कोई लाभ नहीं होगा.
उन्होंने सरकार से आग्राह किया किया कि इस दिशा में उचित कदम उठाया जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर(Chief Minister Jai Ram Thakur) मामले में हस्तक्षेप कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी करें. छाजटा ने कहा कि पहले बेमौसम ओलावृष्टि और बर्फबारी से बागवानों को नुकसान उठाना पड़ा. फिर सीजन के दौरान कीटनाशक नहीं मिला. इसके साथ ही एमआईएस. के तहत की गई सेब खरीद का भी भुगतान अभी तक नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि बेमासमी आलोवृष्टि और बर्फबारी से हुए नुकसान को मुआवजा तक देने में सरकार विफल रही. उन्होंने सरकार को किसान-बागवान विरोध बताया.
ये भी पढ़ें :SIRMAUR में टिप्पर खाई में गिरा, 3 की मौत 2 घायल