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हिमाचल में फार्मा पार्क से सैंकड़ों युवाओं को मिलेगा रोजगार: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर

प्रदेश सरकार ने हिमाचल में एपीआई पार्क (API Park in Himachal) और कैप्सूल सैल निर्माण  (Capsule cell manufacturing in Himachal) एवं फार्मुलेशन संबंधी गतिविधियों वाला फार्मा पार्क की स्थापना के लिए मेसर्स जेगस फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित (Pharma Park in Himachal) किया है. बता दें इस पार्क के लगने से प्रदेश के सैंकड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा.

API Park in Himachal
हिमाचल में फार्मा पार्क स्थापित
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Published : Jan 22, 2022, 10:29 AM IST

शिमला: जयराम सरकार ने हिमाचल में फार्मा पार्क स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है. हिमाचल सरकार ने कुछ समय पहले ही एपीआई पार्क (API Park in Himachal) का प्रतिस्पर्धी प्रस्ताव भारत सरकार को सौंपा था. इस पार्क के लगने से प्रदेश के सैंकड़ों युवाओं को रोजगार (Jairam thakur on Pharma Park ) मिलेगा. pharma park in himachal mou

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक निजी घराने के साथ निवेश पर चर्चा के दौरान कहा कि लगभग 750 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के साथ एपीआई और कैप्सूल सैल निर्माण एवं फार्मुलेशन संबंधी गतिविधियों वाला फार्मा पार्क लाभकारी (CM Jairam on API Park) होगा. इसकी स्थापना के लिए प्रदेश सरकार ने मेसर्स जेगस फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए. इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से 1000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने प्रदेश सरकार की ओर से समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए.

मुख्यमंत्री ने राज्य में इस परियोजना का स्वागत किया है क्योंकि इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित (Pharma Park in Himachal) होंगे. उन्होंने कहा कि लगभग 20 से 30 एकड़ जमीन पर यह फार्मा पार्क स्थापित किया जाएगा. इस परियोजना के साथ लगभग आठ से दस सहायक इकाईयां स्थापित होने की भी उम्मीद है. हिमाचल में पहले से ही पिछले 20 वर्षों के दौरान निवेशकों द्वारा विभिन्न फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन और संबद्ध उद्योग कार्य कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इस पार्क की अनुमानित एपीआई क्षमता 4000 टन होगी जिसमें दर्द निवारक, एंटीबायोटिक, एंटी डायबिटिक, कॉर्डियो वास्कुलर दवाओं का निर्माण किया जाएगा, जो स्थानीय फॉर्मूलेशन को भी बढ़ावा (Capsule cell manufacturing in Himachal) देगी. प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बल्क ड्रग पार्क स्थापित करने के लिए अत्याधिक प्रतिस्पर्धी बोली जमा की गई है. इसका मूल्यांकन भारत सरकार द्वारा किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा नालागढ़ में 850 करोड़ रुपये के निवेश के साथ किण्वन फार्मा पार्क विकसित किया जा रहा है जो देश की 57 प्रतिशत एंटीबायोटिक आवश्यकता की पूर्ति करेगा. भारत के फार्मास्युटिकल विभाग ने पहले से ही उत्पादन से जुड़ी योजना की मंजूरी प्रदान कर दी है, जिससे भारत फार्मा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा.

ये भी पढ़ें: पीडब्ल्यूडी ऊना में लाखों का घोटाला, जूनियर असिस्टेंट के खिलाफ केस दर्ज

शिमला: जयराम सरकार ने हिमाचल में फार्मा पार्क स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है. हिमाचल सरकार ने कुछ समय पहले ही एपीआई पार्क (API Park in Himachal) का प्रतिस्पर्धी प्रस्ताव भारत सरकार को सौंपा था. इस पार्क के लगने से प्रदेश के सैंकड़ों युवाओं को रोजगार (Jairam thakur on Pharma Park ) मिलेगा. pharma park in himachal mou

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक निजी घराने के साथ निवेश पर चर्चा के दौरान कहा कि लगभग 750 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के साथ एपीआई और कैप्सूल सैल निर्माण एवं फार्मुलेशन संबंधी गतिविधियों वाला फार्मा पार्क लाभकारी (CM Jairam on API Park) होगा. इसकी स्थापना के लिए प्रदेश सरकार ने मेसर्स जेगस फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए. इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से 1000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने प्रदेश सरकार की ओर से समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए.

मुख्यमंत्री ने राज्य में इस परियोजना का स्वागत किया है क्योंकि इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित (Pharma Park in Himachal) होंगे. उन्होंने कहा कि लगभग 20 से 30 एकड़ जमीन पर यह फार्मा पार्क स्थापित किया जाएगा. इस परियोजना के साथ लगभग आठ से दस सहायक इकाईयां स्थापित होने की भी उम्मीद है. हिमाचल में पहले से ही पिछले 20 वर्षों के दौरान निवेशकों द्वारा विभिन्न फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन और संबद्ध उद्योग कार्य कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इस पार्क की अनुमानित एपीआई क्षमता 4000 टन होगी जिसमें दर्द निवारक, एंटीबायोटिक, एंटी डायबिटिक, कॉर्डियो वास्कुलर दवाओं का निर्माण किया जाएगा, जो स्थानीय फॉर्मूलेशन को भी बढ़ावा (Capsule cell manufacturing in Himachal) देगी. प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में बल्क ड्रग पार्क स्थापित करने के लिए अत्याधिक प्रतिस्पर्धी बोली जमा की गई है. इसका मूल्यांकन भारत सरकार द्वारा किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा नालागढ़ में 850 करोड़ रुपये के निवेश के साथ किण्वन फार्मा पार्क विकसित किया जा रहा है जो देश की 57 प्रतिशत एंटीबायोटिक आवश्यकता की पूर्ति करेगा. भारत के फार्मास्युटिकल विभाग ने पहले से ही उत्पादन से जुड़ी योजना की मंजूरी प्रदान कर दी है, जिससे भारत फार्मा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा.

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