शिमलाः फिलहाल कोरोना कर्फ्यू में किसी प्रकार की ढील नहीं मिलेगी. जब तक कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण नहीं पा लिया जाता तब तक ना ही दुकानें खोलने की अनुमति देंगे और न ही किसी अन्य प्रकार की ढील मिलेगी. यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद कही.
व्यापारियों से सरकार का सहयोग देने का किया आग्रह
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा पूरी दुनिया में संकट का दौर है. ऐसे में लोगों को परेशानियां जरूर झेलनी पड़ रही हैं. आज सबसे बड़ा फोकस लोगों की जान बचाने का है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के व्यापारियों से आग्रह किया है कि जब तक कोरोना नियंत्रण में नहीं आ जाता तब तक सरकार का सहयोग करें.
दवाइयों और आवश्यक सामग्री की दुकानें ही खोलने की अनुमति
फिलहाल प्रदेश में केवल दवाइयों और आवश्यक सामग्री की दुकानें ही खोलने की अनुमति है. इसके अलावा भवन निर्माण के सामग्री वाली दुकानें भी सप्ताह में 2 दिन खोलने की अनुमति है. ये दुकानें भी केवल उसी समय खोलने की अनुमति है जब कोरोना कर्फ्यू में ढील होगी. हालांकि ढाबे और खाने की दुकानें अपने पुराने समय के अनुसार ही चल रही हैं.
दुकानदार कर रहे हैं ये मांग
दरअसल प्रदेश के अलग-अलग शहरों से दुकानदार यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें सप्ताह में कुछ दिन दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए. विभिन्न व्यापार मंडलों ने प्रेस विज्ञप्ति में कि अगर सभी दुकानों को खोलने की छूट नहीं दी जाती है तो ऑड-ईवन फार्मूले पर दुकानों को खोलने की छूट दी जाए या दुकानें बंद होने से मंदी की मार झेल रहे कारोबारियों को सरकार मुआवजा दे.
व्यापारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार की पाबंदियों से कारोबारियों के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. पड़ोसी राज्य पंजाब में कर्फ्यू ढील 5 घंटे तक की गई है. प्रदेश सरकार से ऑड-ईवन फार्मूले के आधार पर बाजारों को खोलने की छूट देने की मांग उठाई. सरकार का यही रवैया रहा तो कारोबारियों को जबरन अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने पर मजबूर होना पड़ेगा फिर चाहे सरकार चालान करे या फिर एफआईआर दर्ज करे. .
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