शिमलाः कोरोना ने हर क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. हर वर्ग इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है. आम दिनों में लोगों का मनोरंजन करने वाले सिनेमा हॉल पर भी ताला लटका हुआ है. हालात इतने बदतर हैं कि थिएटर मालिकों के पास कर्मचारियों को वेतन देने तक के पैसे नहीं बचे.
राजधानी शिमला के मशहूर रिट्ज और शाही थिएटर में ताला लटका हुआ है. थिएटर मालिकों का कहना है कि हर क्षेत्र को सरकार ने राहत दी है, लेकिन थिएटर की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. शिमला के थिएटर ऐतिहासिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यह अब कोरोना की मार से बंद पड़े हुए हैं.
राजधानी शिमला के रिज मैदान के नजदीक बने रिट्ज सिनेमा हॉल के हालात तो इतने खराब हो गए हैं कि थिएटर मालिक इसे बेचने तक के लिए तैयार हैं. लंबे समय से थिएटर में ताला लटका हुआ है. ऐसे में न केवल थिएटर मालिक परेशान हैं बल्कि कर्मचारियों के लिए भी घर-परिवार का गुजर-बसर करना मुश्किल हो गया है.
वहीं, बात अगर ऐतिहासिक महत्व वाले शाही थिएटर की जाए, तो यह ब्रिटिश शासन काल में विशेष तौर पर भारतीयों के लिए बनाया गया था. चूंकि ब्रिटिश शासन काल में रिज और मालरोड पर भारतीयों के प्रवेश पर प्रतिबंध था. ऐसे में भारतीय लोग शाही थिएटर में फिल्म देख अपना मनोरंजन किया करते थे.
कोरोना के कारण बीते लंबे समय से तमाम फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज हो रही है. ऐसे में सिनेमा हॉल के जरिए अपने घर-परिवार का गुजर-बसर करने वाले लोगों के लिए चिंताएं बढ़ गई हैं. आने वाले समय में इसका भविष्य क्या होगा, इस बारे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. फिलहाल सिनेमा हॉल के जरिए रोजी-रोटी का जुगाड़ करने वाले कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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