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आनंद शर्मा ने दिया हिमाचल संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा, बढ़ सकती है कांग्रेस की मुश्किलें

हिमाचल में विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में मतभेद दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. पार्टी में अनदेखी के कारण पिछले दिनों जहां कांग्रेस के दो विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया. वहीं, अब रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.

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Published : Aug 21, 2022, 3:32 PM IST

Updated : Aug 21, 2022, 6:05 PM IST

Former Union Minister Anand Sharma
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा

शिमला: हिमाचल में विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) से ठीक पहले कांग्रेस में रार कम नहीं हो रही है. कांग्रेस में अनदेखी के चलते जहां दो विधायकों ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थामा. वहीं, अब कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश इकाई की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा (himachal pradesh steering committee congress president) दे दिया है.

26 अप्रैल के कमेटी का गठन: 26 अप्रैल को कांग्रेस आलाकमान द्वारा आनंद शर्मा को विधानसभा चुनावों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश संचालन समिति के अध्यक्ष नियुक्ति किया गया था, लेकिन इसके बाद हिमाचल में बैठकों को नहीं बुलाया जा रहा था. शिमला में 7 अगस्त को कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक (Congress core committee meeting) हुई थी, जिसमें पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और सचिन पालयट भी पहुंचे थे, लेकिन आनंद शर्मा को इस बैठक में नहीं बुलाया गया.

पिछले कई बैठकों में हो रही थी आनंद शर्मा की अनदेखी: इससे पहले भी दिल्ली में हुई बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया था. इन बैठकों में सभी प्रमुख कमेटियों के अध्यक्षों को बुलाया जाता है, लेकिन लगातर आनंद शर्मा को अनदेखा किया जा जा रहा था जबकि आनंद शर्मा हिमाचल से ही संबंध रखते हैं और हर बार चुनावों में उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जाती रही है. इस बार भी उन्हें संचालन समिति का अध्यक्ष (steering committee himachal assembly elections) बनाया गया था, इस समिति में प्रदेश के 10 नेताओं को शामिल किया गया था. बता दें कि इसी साल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा का राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हुआ था. वे हिमाचल से कांग्रेस से राज्यसभा भेजे गए थे.

क्या है संचालन समिति का कार्य: इस समिति का कार्य चुनावों को लेकर रणनीति बनाना है और प्रबंधन करना है. इसके साथ ही इस समिति का कार्य अन्य कमेटियों पर नजर रखना और फीडबैक लेना का काम था, लेकिन इस कमेटी का अध्यक्ष होने के बावजूद उन्हें बैठकों में नहीं बुलाया जा रहा था जिसके चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सोनिया गांधी को लिखे पत्र में भी आनंद शर्मा ने चुनावों को लेकर होने वाली बैठकों के बारे में सूचित न करने की बात कही है.

कमेटी में ये लोग थे शामिल: कांग्रेस आलाकमान ने 26 अप्रैल को हिमाचल संचालन समिति का गठन किया था, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा (Former Union Minister Anand Sharma) के नेतृत्व में समिति का अध्यक्ष बनाया गया था. इसमें आशा कुमारी, धनीराम शांडिल, कुलदीप राठौर, विप्लव ठाकुर, हर्षवर्धन चौहान, रामलाल ठाकुर, चंद्र कुमार और सुरेश चंदेल को सदस्य बनाया गया है. स्टीयरिंग कमेटी में प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh), नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) और सुखविंद्र सिंह सुक्खू स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे.

ये भी पढ़ें: हिमाचल कांग्रेस में और तोड़फोड़ करेगी भाजपा, पवन काजल और लखविंद्र राणा के बाद किस किसपर नजर

शिमला: हिमाचल में विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) से ठीक पहले कांग्रेस में रार कम नहीं हो रही है. कांग्रेस में अनदेखी के चलते जहां दो विधायकों ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थामा. वहीं, अब कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश इकाई की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा (himachal pradesh steering committee congress president) दे दिया है.

26 अप्रैल के कमेटी का गठन: 26 अप्रैल को कांग्रेस आलाकमान द्वारा आनंद शर्मा को विधानसभा चुनावों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश संचालन समिति के अध्यक्ष नियुक्ति किया गया था, लेकिन इसके बाद हिमाचल में बैठकों को नहीं बुलाया जा रहा था. शिमला में 7 अगस्त को कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक (Congress core committee meeting) हुई थी, जिसमें पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और सचिन पालयट भी पहुंचे थे, लेकिन आनंद शर्मा को इस बैठक में नहीं बुलाया गया.

पिछले कई बैठकों में हो रही थी आनंद शर्मा की अनदेखी: इससे पहले भी दिल्ली में हुई बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया था. इन बैठकों में सभी प्रमुख कमेटियों के अध्यक्षों को बुलाया जाता है, लेकिन लगातर आनंद शर्मा को अनदेखा किया जा जा रहा था जबकि आनंद शर्मा हिमाचल से ही संबंध रखते हैं और हर बार चुनावों में उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जाती रही है. इस बार भी उन्हें संचालन समिति का अध्यक्ष (steering committee himachal assembly elections) बनाया गया था, इस समिति में प्रदेश के 10 नेताओं को शामिल किया गया था. बता दें कि इसी साल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा का राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हुआ था. वे हिमाचल से कांग्रेस से राज्यसभा भेजे गए थे.

क्या है संचालन समिति का कार्य: इस समिति का कार्य चुनावों को लेकर रणनीति बनाना है और प्रबंधन करना है. इसके साथ ही इस समिति का कार्य अन्य कमेटियों पर नजर रखना और फीडबैक लेना का काम था, लेकिन इस कमेटी का अध्यक्ष होने के बावजूद उन्हें बैठकों में नहीं बुलाया जा रहा था जिसके चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सोनिया गांधी को लिखे पत्र में भी आनंद शर्मा ने चुनावों को लेकर होने वाली बैठकों के बारे में सूचित न करने की बात कही है.

कमेटी में ये लोग थे शामिल: कांग्रेस आलाकमान ने 26 अप्रैल को हिमाचल संचालन समिति का गठन किया था, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा (Former Union Minister Anand Sharma) के नेतृत्व में समिति का अध्यक्ष बनाया गया था. इसमें आशा कुमारी, धनीराम शांडिल, कुलदीप राठौर, विप्लव ठाकुर, हर्षवर्धन चौहान, रामलाल ठाकुर, चंद्र कुमार और सुरेश चंदेल को सदस्य बनाया गया है. स्टीयरिंग कमेटी में प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh), नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) और सुखविंद्र सिंह सुक्खू स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे.

ये भी पढ़ें: हिमाचल कांग्रेस में और तोड़फोड़ करेगी भाजपा, पवन काजल और लखविंद्र राणा के बाद किस किसपर नजर

Last Updated : Aug 21, 2022, 6:05 PM IST
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