शिमला: हिमाचल में लंपी वायरस से चिंतनीय स्थिति बनती (Lumpy virus spread in Himachal) जा रही है. लंपी वायरस से हर दिन पशुओं की होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में 151 पशुओं की इस संक्रमण से (151 animals died due to lumpy virus in Himachal) मौत हो गई. प्रदेश में लंपी वायरस से मरने वाले पशुओं की संख्या बढ़कर 2460 पहुंच गई है. इस बीच 33680 एक्टिव केस हैं, जबकि 22286 पशु इस संक्रमण से ग्रसित होने के बाद ठीक हो चुके हैं.
बेसहारा गोवंश का टीकाकरण मुश्किल: लंपी वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों ने पशुपालकों और सरकार दोनों को चिंता में डाल दिया है. पशुपालन विभाग भी इस लगातार निगरानी रखे हुए है. लंपी वायरस से बचाव के लिए अब तक 160101 पशुओं का टीकाकरण कर दिया गया है. 69686 वैक्सीन अभी सरकार के पास मौजूद ,लेकिन बेसहारा गोवंश का टीकाकरण अभी भी बड़ी चुनौती बना हुआ है. हालांकि ,विभाग की तरफ से बेसहारा गोवंश के टीकाकरण के लिए विशेष अभियान की बात की जा रही है.
पशुओं की मौतों से किसान दुखी: लंपी वायरस से पशुओं की हो रही मौतों से किसान-बागवान भी दुखी हैं. इस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने पशुपालन विभाग में वेटरनरी डॉक्टरों के ट्रांसफर तुरंत प्रभाव से रद्द कर (Transfer of veterinary doctors canceled in hp) दिए हैं. पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वायरस की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई जो राज्य स्तर पर स्थिति की निगरानी कर रही है. उन्होंने कहा कि विभाग टीकाकरण अभियान को भी तेजी से चलाए हुए है. जब भी किसी पशु में लंपी वायरस के लक्ष्ण पाए जाते हैं तो उसके आसपास वाले क्षेत्र में सभी पशुओं का टीकाकरण किया जाता है.