नाहन: पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और कांग्रेस के युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश की जयराम सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि धर्मशाला में आयोजित होने वाली इनवेस्टर मीट का विरोध कांग्रेस द्वारा किया जाएगा.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्तमान बीजेपी सरकार प्रदेश के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है. हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार की सबसे बड़ी देन धारा-118 थी, ताकि प्रदेश की जमीन केवल हिमाचल के लोगों की रहे. उन्होंने कहा कि आज वर्तमान सरकार निवेश व औद्योगिकरण के नाम पर प्रदेश के हितों को बाहर के लोगों को बेच रही है और अलग-अलग जगहों पर मकान बनाए जा रहे हैं. रियल स्टेट के नाम पर बाहर के लोगों को यहां बुलाया जा रहा है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने आज से सेव हिमाचल के नाम से अभियान शुरू किया है. इसके अलावा कहा कि कांग्रेस की ये सोच नहीं है कि प्रदेश में निवेश न हो, बल्कि रोजगार के साधन बढ़ने चाहिए, लेकिन हिमाचल के हितों को बेचना हमारे लिए कभी भी मान्य नहीं होगा.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल की सरकार में बहुत से निजी विश्वविद्यालय खोलने का प्रयास किया गया, जिसके विरोध में वीरभद्र सिंह ने एक मजबूती के साथ लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि आज एक बार फिर से वहीं दौर शुरू हो गया है और प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश के हितों को बचाने के लिए पूरी लड़ाई लड़ेगी.
बता दें कि युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह बागथन में हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के जयंती पर कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे.