नाहन: सिरमौर जिलें में एड्स के मरीजों की सुविधा के लिए मेडिकल कॉलेज नाहन में एंटी रेट्रो वायरल उपचार केंद्र स्थापित किया जाएगा. यह जानकारी बुधवार को डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने दी. उपायुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित जिला स्तरीय एड्स रोकथाम और टीबी उन्मूलक कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में जानकारी देते हुए डीसी ने बताया कि सिरमौर में एड्स के मरीजों को उपचार और दवाइयां लेने के लिए आईजीएमसी शिमला व देहरादून जाना पड़ रहा था.
मरीजों को सुविधा उपलब्ध (health facilities in sirmaur) कराने के लिए मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों और प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज में एटीआर उपचार केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है. इसके अतिरिक्त आगामी जनवरी 2022 में मेडिकल कॉलेज में ही ए़ड्स ग्रसित महिला की डिलीवरी करवाई जाएगी जो कि जिला सिरमौर में अपने तरह का पहला प्रयास होगा.
डीसी ने उद्योग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले के सभी उद्योगों में एड्स के प्रति जागरूकता अभियान चलाने व एड्स एक्ट 2017 सहित हेल्पलाइन नंबर 1097 को प्रदर्शित करने का आदेश दिया. डीसी ने बताया कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल और सिरमौर जिले में एचआईवी (aids patients in himachal) के मामलों की संख्या कम है और पिछले वर्षों में एचआईवी के मामलों में 74 प्रतिशत गिरावट देखने को मिली है. जबकि एचआईवी से मृत्यु के मामलों में भारी भी गिरावट दर्ज की गई है.
उपायुक्त ने बैठक में पंचायत विभाग के अधिकारियों को सिरमौर में टीबी मुक्त पंचायत, तंबाकू मुक्त पंचायत व पोषण अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए. इसके अतिरिक्त आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स व संबंधित विभागों को टीबी ग्रसित लोगों को लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए ताकि जिले को टीबी मुक्त किया जा सके. जिले में 1 से 30 जनवरी 2022 तक टीबी मुक्त जागरूकता अभियान (tb awareness program in nahan) चलाया जाएगा.
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को पंचायतों व उद्योगिक क्षेत्रों में अधिक से अधिक टेस्टिंग करने के निर्देश भी दिए और जिला उद्योग विभाग के अधिकारियों को सीएसआर फंड के माध्यम से टीबी मरीजों को उच्च पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग को आगामी दिनों में स्कूलों में एड्स, पोषण अभियान व टीबी के बारे में बच्चों को जागरूक करने के निर्देश दिए.