नाहन: सिरमौरी ताल के पास कच्ची ढांग में भूस्खलन से पांवटा-सतोन एनएच-707 पर आवाजाही ठप है. ऐसे में बसों सहित सभी छोटे वाहन गिरी नदी से होकर गुजरते हैं, जिससे सवारियों को हमेशा जान का खतरा बना रहता है.
बसों सहित छोटे वाहन सहित कई यात्री गिरी नदी में फंसे हुए हैं, जिन्हें जेसीबी व ऐलएनटी मशीनों और लोगों की मदद से बाहर निकाला जा रहा है. हालांकि एनएच प्राधिकरण ने मुख्य एनएच से मलबा हटाकर सड़क दुरूस्त करने का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन उसमे भी अभी काफी समय और लग सकता है.
शिलाई के लोगों ने बताया कि शिलाई विधानसभा के नेताओं ने मौके पर आकर न समस्या का समाधान किया और ना ही जनता का हाल जानना. ऐसे में जनता नेताओं को चुनाव के दौरान करारा जवाब देगी. उन्होंने बताया कि 7 दिन बाद भी प्रशासन पांवटा-शिलाई आने-जाने के लिए कोई उपयुक्त रास्ता नहीं बना है, जो वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है उस पर छोटी गाड़ियां को चलाना बहुत मुश्किल है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग आधा दर्जन बसें घंटों तक बीच नदी में फंस रही है, जिन्हें जेसीबी के माध्यम से बाहर निकाला जा रहा है. ऐसे में सवारियों के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है. उन्होंने बताया कि अगर प्रदेश के किसी अन्य जगह पर ऐसा भारी भूस्खलन होता तो लोगों की सुरक्षा के लिए कई बंदोबस्त किए जाते थे, लेकिन प्रशासन यहां कुछ नहीं कर रहा.