नाहन: सिरमौर जिले के उपमंडल संगड़ाह (Sub Division Sangrah of sirmaur) की गेहल पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव हड़ियोट (Hadiot village of Sirmaur) से रविवार को एक बीमार युवती को संकरे और बर्फीले रास्ते से उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा.
विडंबना यह भी रही कि युवती को मुख्य सड़क तक पहुंचाए जाने के बाद स्वास्थय विभाग द्वारा 108 पर कॉल करने के बावजूद एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई गई. बता दें कि दर्जन भर ग्रामीणों ने पांजड़ी कहलाने वाले पारंपरिक स्ट्रेचर पर जिस बर्फीले दुर्गम रास्ते से उसे सड़क तक पहुंचाया, उस पर आम आदमी के लिए पैदल चलना भी आसान नहीं है.
वहीं, एंबुलेंस उपलब्ध न होना के चलते प्राइवेट गाड़ी से रविवार सुबह युवती को संगड़ाह अस्पताल पंहुचाया गया. उधर स्वास्थय अधिकारी संगड़ाह डॉ. अनुप्रिया ने बताया कि पेट दर्द से पीड़ित 20 वर्षीय बबली पुत्री बंसीलाल की हालत अब सामान्य है. गौरतलब है कि गत 8 और 22 जनवरी एवं 3 फरवरी को क्षेत्र में हुए भारी हिमपात हुआ था. हालांकि लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह की सभी सड़कों से बर्फ हटा दी थी, लेकिन ऊपरी इलाके में रास्तों से अभी बर्फ नहीं पिघली है.
ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले एक दशक से भाजपा व कांग्रेस नेताओं द्वारा यहां सड़क निर्माण के कईं दावे व घोषणाएं की गई. मगर विडंबना यह है कि अब तक 6 में से केवल डेढ़ किलोमीटर ही सड़क बनाई जा सकी है. पंचायत प्रधान उपासना के अनुसार उनके कार्यकाल में सिरमौर जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल के माध्यम से इस सड़क के लिए एक लाख का बजट मिला था और पूर्व प्रधान के समय में भी 10 लाख से इस सड़क का निर्माण किया गया था.
उन्होंने कहा कि स्थानीय भाजपा व कांग्रेस नेताओं के अलावा (road problem in Hadiot village) वह मुख्यमंत्री से भी बजट उपलब्ध करवाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ. वहीं, सिरमौर जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल ने कहा कि वह गेहल-डिमाईना पंचायत में दो सड़कों के लिए शुरुआती बजट उपलब्ध करवा चुकी है और हड़ियोट गांव की सड़क के शेष निर्माण कार्य को लेकर भी लोक निर्माण विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की जाएगी. उन्होंने कहा कि अब मार्च माह के बाद ही बजट मिलने की उम्मीद है.
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