नाहन: डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के आउटसोर्स के माध्यम से रखे गए कर्मियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों ने कॉलेज प्रशासन पर काफी समय से वेतन न देने के आरोप लगाए हैं. दरअसल, बीते वर्ष कोविड काल के दौरान नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना के मरीजों को उचित इलाज की सुविधा मिल सके, इसके लिए कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के लिए आउटसोर्स के माध्यम से दर्जनों कर्मचारियों की भर्ती की थी. जिन्होंने कोविड काल के दौरान पूरी निष्ठा के साथ कार्य भी किया. मगर अब इन सभी कर्मियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इन कर्मियों ने कॉलेज प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए समय से वेतन न देने की बात कही है.
इन कर्मियों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन द्वारा समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है, जिससे उन्हें अपने घर का खर्चा चलाने में भी दिक्कत आ रही है. कर्मियों ने कहा कि कॉलेज प्रशासन तीन महीनों के बाद ही वेतन देता है और जो वेतन मिलता है, वह दो महीनों का होता है, एक महीने का वेतन फिर भी बकाया रह जाता है. आउटसोर्स पर काम कर रहे इन कर्मियों ने कहा कि त्योहारी सीजन चल रहा है, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने अभी तक तीन महीनों का बकाया वेतन नहीं दिया है. ऐसे में उनके पास और कोई विकल्प नहीं है. कर्मियों ने कॉलेज प्रशासन से जल्द से जल्द वेतन देने की मांग उठाई है.
वहीं, इस मामले के बारे में जब मेडिकल कॉलेज नाहन के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएल कौशिक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है और जल्द ही आउटसोर्स कर्मियों को उनके वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा.
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