नाहन: करीब 6 हजार करोड़ के बहुचर्चित महाघोटाले में संलिप्त इंडियन टेक्नोमेक कंपनी की नीलामी सरकार इन्वेस्टर्स समिट में कर सकती है. हाईकोर्ट के आदेशों के अनुसार आबकारी एवं कराधान विभाग कंपनी को नीलाम करने की दिशा में कार्य कर रहा है.
बता दें कि 265 बीघा में फैली इस कंपनी परिसर में सभी तरह की सुविधाएं मौजूद हैं, जो कि औद्योगिकरण के लिहाज एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. दरअसल साल 2009 में इंडियन टेक्नोमेक कंपनी सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब के तहत माजरा पंचायत के जगतपुर में स्थापित की गई थी.
बता दें कि हजारों करोड़ रुपये के महाघोटाले को लेकर इंडियन टेक्नोमेक कंपनी सुर्खियों में रही है. इसमें 2100 करोड़ से अधिक का टैक्स फ्रॉड, 2300 करोड़ के लोन फ्रॉड व आयकर विभाग के 780 करोड़ रुपये की देनदारी शामिल है. स्टेट टैक्स एंड एक्साइज डिपार्टमेंट के डिप्टी कमीशनर जीडी ठाकुर ने कहा कि संबंधित कंपनी की नीलामी प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया है. उन्होंने कहा कि उद्योग के लिहाज से यह एक डेवलप लैंड है, जो सभी सुविधाओं से लैस है.
डिप्टी कमीशनर ने कहा कि बिल्डिंग के साथ-साथ मशीनरी इत्यादि सभी नई स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन्वेस्टर्स समिट के जरिए राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय निवेशकों को आमंत्रित कर रही है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों के मुताबिक पहले इस प्लांट को वैसे ही बेचा जाए, जिस रनिंग कंडीशन में यह वर्तमान में है.
गौरतलब है कि जब यह कंपनी काम कर रही थी, उस वक्त यहां दर्जनों ठेकेदारों के माध्यम से करीब 3500 कामगार व 250 कर्मचारी काम कर रहे थे. वर्तमान में हालत यह है कि कभी पूरी शानोशौकत के साथ चलने वाली यह कंपनी अब करोड़ों रुपये के महाघोटाले के चलते नीलाम होने की दहलीज पर खड़ी है.