पांवटा साहिब: हिमाचल और उत्तराखंड की सीमा पर अवैध खनन जोरों पर है. खनन माफिया यमुना, गिरी व बाता नदियों में हर रोज सैकड़ों ट्रैक्टर की तादाद में अवैध खनन किया जा रहा है. खनन माफिया को ना पुलिस का डर है और ना ही खनन विभाग का.
हालात ये हैं कि पांवटा साहिब और आसपास के क्षेत्रों में दिन-रात अवैध खनन जारी है. खनन माफिया के ट्रैक्टर्स हर समय रेत, बजरी की चोरी करते देखे जाते हैं. जिससे राजस्व विभाग को करोड़ों का चूना लग रहा है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यमुना, गिरी और बाता नदियों के किनारे हर समय खनन माफिया रेत की चोरी करते हैं. उन्होंने बताया कि इससे पर्यावरण प्रेमी भी चिंतित हैं, लेकिन प्रशासन मौन बैठा हुआ है.
हर रोज नदियों से अवैध रूप से निकाल जा रहे रेत और बजरी के सैकड़ों ट्रैक्टर्स पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई ना करने से विभाग पर भी सवाल उठने लगे हैं.
एक सप्ताह पहले ही खनन विभाग की उच्च स्तरीय टीम भी अवैध खनन क्षेत्रों का दौरा करके गई है और खनन विभाग व वन विभाग द्वारा अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है.
खनन विभाग अधिकारी ने बताया कि समय-समय पर खनन माफियों से संबंधित आदेश विभाग को दिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर ऐसा कोई मामला सामने आता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि पांवटा साहिब के तीनों तरफ यमुना, गिरी और बाता नदियों के किनारों से रेत और बजरी के एक हजार से ढेड हजार ट्रैक्टर बेचे जा रहे हैं. अवैध खनन से ना सिर्फ धरती का सीना छलनी किया जा रहा है बल्कि सरकारी नियमों को ना मान कर कानून को ठेंगा भी दिखाया जा रहा है.