नाहन: हरियाणा व हिमाचल सरकार जिला सिरमौर की सरस्वती नदी पर आदि बद्री क्षेत्र में बांध का निर्माण (Adi Badri dam site) करने जा रही है. करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस बांध का निर्माण जिला सिरमौर के नाहन विधानसभा क्षेत्र की मातर पंचायत में हरियाणा की सीमा पर होगा, जिसमें काफी हिस्सा सिरमौर जिले में भी आ रहा है. इसी के तहत डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने अधिकारियों की टीम के साथ बांध साइट का निरीक्षण किया.
दरअसल आदि बद्री बांध के निर्माण से (Construction Of Dam At Adi Badri) हिमाचल व हरियाणा के किसानों को सिंचाई व पीने के लिए पानी उपलब्ध होगा. इसके साथ ही बरसात के दिनों में आदि बद्री व हरियाणा के यमुनानगर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के पानी से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से भी निजात मिलेगी.
आदि बद्री में 88 हेक्टेयर भूमि बांध में डूब जाएगी, जिसमें हिमाचल की भूमि 77 हेक्टेयर व हरियाणा की भूमि 11 हेक्टेयर जलमग्न होगी. बांध का निर्माण कार्य होने से 3 किलोमीटर की झील बनेगी, लिहाजा यह परियोजना जल संरक्षण, सिंचाई, पेयजल के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी.
डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने बताया कि प्रस्तावित बांध स्थल का अधिकारियों के साथ दौरा किया है. आदि बद्री बहुत ही प्राचीन व ऐतिहासिक स्थल है और यहां से हरियाणा व हिमाचल के लोगों की आस्था जुड़ी है. हरियाणा सरकार द्वारा यह बांध परियोजना प्रस्तावित है, जिसमें हिमाचल का काफी हिस्सा आ रहा है.
डीसी ने बताया कि 33 मीटर बांध का निर्माण किया (Construction Of Dam At Adi Badri) जाना है, जिससे हिमाचल व हरियाणा दोनों ही राज्यों को काफी लाभ मिलेगा. इस परियोजना से हिमाचल की मातर पंचायत के साथ-साथ जिला सिरमौर में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी. कुल मिलाकर बांध बनाकर सरस्वती नदी को पुनर्जीवित (Saraswati river of Sirmaur) करने की जहां योजना है तो वहीं, यह परियोजना जल संरक्षण, सिंचाई, पेयजल के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी.
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