मंडी: संघर्षरत अंशकालीन जलवाहक संघ ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सीएम के गृह जिला मुख्यालय में सोमवार को जिला स्तरीय अंशकालीन जलवाहक कम सेवादार संघ के बैनर तले जलवाहकों ने सेरी चाननी पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है.
जलवाहक संघ के जिला प्रधान भुटू राम ने कहा कि सरकार से बार-बार मिलने के बावजूद जलवाहकों को मात्र आश्वासन ही मिला है. जलवाहकों को 14 वर्ष के बाद नियमित किया जा रहा है, जिससे जलवाहकों में गुस्सा हैं. डीसी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजकर 10 दिनों के अंदर जलवाहकों की मांगों को पूरा करने की मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने जलवाहकों की मांगों को पूरा नहीं किया है.
सरकार से मांग है कि बिना किसी शर्त 10 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके जलवाहकों को नियमित किया जाए. अगर शिक्षा विभाग में खाली पद नहीं है तो अन्य विभाग में भेज दिया जाए. अंशकालीन जलवाहकों को 5 साल के बाद डेलीवेज बनाया जाए और 3 साल के बाद नियमित किया जाए. जलवाहकों की सेवानिवृत्ति 58 साल से बढ़ाकर 60 वर्ष की जाए.
इस दौरान जलवाहकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. संघ ने चेताया है कि यदि उनकी मांगों की अनदेखी की गई तो यह अनशन पूरे प्रदेश में किया जाएगा.