मंडी: प्रदेश में सवर्ण आयोग (upper caste commission) की मांग को लेकर देव भूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा (Devbhoomi Savarna Morcha) 15 नवंबर को शिमला से हरिद्वार तक सवर्ण आयोग अधिकार पदयात्रा निकालेगा. यह यात्रा समाज में आपसी भाईचारे, समानता और सवर्ण आयोग गठन की मांग के लिए की जा रही है. मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान देवभूमि क्षत्रिय संगठन (Devbhoomi Kshatriya Organization) और देवभूमि सवर्ण मोर्चा के मंडलाध्यक्ष रुपेश ठाकुर ने कहा कि इस पदयात्रा के दौरान सवर्ण समाज के लोग बड़ी संख्या में एकजुट होकर एकता का प्रमाण देंगे.
रूपेश ठाकुर ने कहा कि सवर्ण समाज के लोग जातिगत आरक्षण, एट्रोसिटी एक्ट आदि कानूनों से आहत हैं और इन सब कानूनों का शव यात्रा निकालकर हरिद्वार में 'पिंडदान' किया जाएगा. पिंडदान करने के उपरांत आर्थिक आधार पर आरक्षण का गंगाजल हरिद्वार से लाया जाएगा. रूपेश ठाकुर ने बताया कि यह शव यात्रा शिमला चौड़ा मैदान से शुरू होकर कुमारहट्टी सोलन से उत्तराखंड होते हुए हरिद्वार पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा के दौरान सवर्ण समाज का कोई भी व्यक्ति होटल-ढाबों का खाना नहीं खाएगा.
उन्होंने सवर्ण समाज के लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि जो लोग इस यात्रा के साथ जुड़ना चाहते हैं, वह अपने घर से एक रोटी जरूर दें. रूपेश ठाकुर ने कहा कि पदयात्रा हरिद्वार पहुंचने के बाद यमुनानगर, चंडीगढ़, ऊना से होते हुए 10 दिसंबर को धर्मशाला वापिस पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि सवर्ण आयोग अधिकार पदयात्रा 800 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद धर्मशाला पहुंचकर एकता का प्रमाण देगी.
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