मंडी: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने पिछले कल धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में ध्वाली विश्राम गृह में भाजपा महिला मोर्चा के प्रशिक्षण शिविर में पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री के शामिल होने की (SP Mandi in BJP Mahila Morcha camp) कड़ी आलोचना की है. कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि पुलिस अधीक्षक मंडी सरकारी अधिकारी है और किसी पार्टी विशेष के कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक भाग नहीं ले सकती हैं.
सोमवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव व पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने मीडिया को जारी वीडियो संदेश में कहा कि सरकारी अधिकारी व कर्मचारी को किसी पार्टी के कार्यक्रमों में भाग लेने की अनुमति नहीं है, लेकिन धर्मपुर में ये बात आम है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि धर्मपुर में सरकारी कर्मचारिओं से पार्टी के झंडे लगवाए जाते हैं और अब तो सभी सीमाएं पार करते हुए जलशक्ति मंत्री के दबाव में पुलिस अधीक्षक को ही पार्टी प्रोग्राम में भाग लेना पड़ा. इतना ही नहीं वहां पर पुलिस अधीक्षक को अपना संबोधन भी करना पड़ा.
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि उनके इस शिविर में भाग लेने से पुलिस प्रशासन की निष्पक्षता के ऊपर सवाल खड़े हो गए हैं. जनता में ये सन्देश गया है कि पुलिस अधीक्षक भाजपा की कार्यकर्ता हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से इसकी जांच करवाने की मांग की है. पुलिस अधीक्षक ने किस आधार पर भाजपा के शिविर में भाग लिया इसके लिए उनसे जवाब तलब किया जाये ताकि भविष्य में सरकारी अधिकारी किसी पार्टी के मंच पर न जायें सकें. पुलिस अधीक्षक मंडी ने किस हैसियत से शिविर में भाग लिया. इसकी जांच होनी चाहिये और उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए. गौरतलब है कि ध्वाली विश्राम गृह में भाजपा महिला मोर्चा द्धारा 29 मई रविवार के दिन प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण शिविर में पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री भी मौजूद रही.