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BJP में ही रहेंगे अनिल शर्मा, परिवार के साथ पार्टी में रहने का लिया फैसला

काफी समय से हिमाचल की राजनीति में चर्चा चल रही थी और संशय बना हुआ था कि अनिल शर्मा क्या भाजपा में ही रहेंगे या फिर कांग्रेस में वापसी करेंगे. लेकिन अब इन सभी अटकलों पर विराम लग गया है. बता दें कि अनिल शर्मा ने भाजपा में ही रहने का (Anil Sharma will stay in BJP) फैसला लिया है. पढ़ें पूरी खबर...

Anil Sharma will stay in BJP
भाजपा में ही रहेंगे अनिल शर्मा
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Published : Sep 24, 2022, 7:04 PM IST

Updated : Sep 24, 2022, 8:04 PM IST

मंडी: बेशक पीएम नरेंद्र मोदी की मंडी में आयोजित युवा विजय संकल्प रैली बारिश की भेंट चढ़ गई है. लेकिन मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा ने पीएम मोदी की रैली के बाद साफ-साफ कह दिया है कि वो बीजेपी में ही रहेंगे और उनका परिवार भी बीजेपी के साथ चलेगा. पिछले लंबे वक्त से अनिल शर्मा और बीजेपी के बीच एक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. पिता सुखराम और बेटे आश्रय शर्मा के कांग्रेस में जाने के बाद अनिल शर्मा और बीजेपी के रिश्तों में एक दरार सी आ गई थी. लेकिन अब इस दरार को भरते हुए अनिल शर्मा ने अपना रुख साफ कर दिया है. विधानसभा चुनाव से ऐन पहले अनिल शर्मा का साथ आने का फैसला बीजेपी के लिए राहत भरा है. अनिल शर्मा ने अपने बेटे एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आश्रय शर्मा के भी भाजपा में शामिल होने के पूरे संकेत दे दिए हैं. (Anil Sharma will stay in BJP) (Aashray Sharma in BJP) (Himachal Assembly Election 2022)

अनिल शर्मा बोले- पूरा परिवार एक ही तरफ चलेगा: शनिवार को मंडी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनिल शर्मा के अलावा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी मौजूद थे. सदर विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि लंबे समय से चली आ रही दूरियां आज समाप्त हो चुकी हैं और अपने विधानसभा क्षेत्र और हिमाचल के विकास को लेकर हम अब एकजुट होकर साथ चलेंगे. उन्होंने कहा कि परिवार में मनमुटाव चलता रहता है और इस मनमुटाव को बैठ कर समाप्त कर (Anil Sharma will stay in BJP) लिया गया है. उन्होंने कहा कि अब पूरा परिवार एक ही तरफ चलेगा और यह निर्णय भारतीय जनता पार्टी, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ताकत देगा.

भाजपा में ही रहेंगे अनिल शर्मा.

सीएम बोले- अलग हुए रास्ते फिर जुड़े : वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक परिदृश्य में परिस्थितियों के कारण रास्ते अलग हो जाते हैं. लेकिन अलग हुए रास्ते फिर जुड़ भी जाते हैं. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा ने अपने पिता का सम्मान करते हुए परिस्थितियों के अनुसार दूर रहने का फैसला लिया था. लेकिन अब अनिल शर्मा ने भाजपा के साथ एकजुट होकर साथ चलने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अनिल शर्मा भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं और भविष्य में भी पार्टी के साथ मिलकर कार्य करेंगे.

सुरेश कश्यप बोले- किंतु और परंतु की अब गुंजाइश नहीं: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि सदर विधायक अनिल शर्मा भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं और भाजपा युवा मोर्चा की युवा विजय संकल्प रैली में भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा अब पूरी तरह भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. सुरेश कश्यप ने कहा कि अब किसी भी प्रकार के किंतु (Anil Sharma will stay in BJP) और परंतु गुंजाइश नहीं है. सभी साथ मिलकर आने वाले समय में विधानसभा चुनावों की चुनौती का सामना करेंगे.

अनिल शर्मा की कहानी : अनिल शर्मा देश के पूर्व टेलीकॉम मंत्री और हिमाचल के कद्दावर नेता रहे पंडित सुखराम के बेटे हैं. 1993 में पहली बार मंडी सीट से विधायक बने अनिल शर्मा अब तक कुल चार बार विधानसभा पहुंच चुके हैं. 2012 में वीरभद्र सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अनिल शर्मा ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का कमल थाम लिया. अनिल शर्मा चुनाव भी जीत गए लेकिन बीजेपी के समीकरण साल 2019 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले तब बिगड़ गए. जब अनिल शर्मा के पिता पंडित सुखराम और बेटे आश्रय शर्मा ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. बीजेपी से टिकट नाम मिलता देख दादा ने पोते के लिए कांग्रेस का दामन थाम लिया था. आश्रय शर्मा को कांग्रेस ने मंडी लोकसभा से टिकट दिया और आश्रय शर्मा चुनाव हार गए.

परिवार कांग्रेस और बीजेपी में बंटा तो अनिल शर्मा की मुश्किलें बढ़ना लाजमी था. बीजेपी में रहते हुए भी जैसे वो बीजेपी के नहीं थे, वो खुद कई बार कह चुके हैं कि उन्हें क्षेत्र में होने वाले कई कार्यक्रमों में विधायक होने के बावजूद नहीं बुलाया जाता है. बीते वक्त में सीएम जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा की बयानबाजी से दोनों की दूरियां कई बार जगजाहिर भी हो चुकी हैं लेकिन अब अनिल शर्मा का ताजा बयान किसी राहत से कम नहीं है. अनिल शर्मा ने साफ कहा है कि वो बीजेपी में ही रहेंगे और परिवार भी बीजेपी में आएगा, यानी अनिल शर्मा की मानें तो आने वाले दिनों में आश्रय शर्मा भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में आ जाएंगे.

बता दें कि इससे पूर्व आश्रय शर्मा ने शिमला ग्रामीण विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह पर अनदेखी करने के गंभीर आरोप लगाए थे. आश्रय शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह द्वारा शुरू की गई युवा रोजगार पदयात्रा से भी इस्तीफा दे दिया था.

ये भी पढ़ें: 'ई-वीजा सुविधा से हिमाचल टूरिज्म को मिला बल, युवाओं के लिए खुले रोजगार के अवसर'

मंडी: बेशक पीएम नरेंद्र मोदी की मंडी में आयोजित युवा विजय संकल्प रैली बारिश की भेंट चढ़ गई है. लेकिन मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा ने पीएम मोदी की रैली के बाद साफ-साफ कह दिया है कि वो बीजेपी में ही रहेंगे और उनका परिवार भी बीजेपी के साथ चलेगा. पिछले लंबे वक्त से अनिल शर्मा और बीजेपी के बीच एक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. पिता सुखराम और बेटे आश्रय शर्मा के कांग्रेस में जाने के बाद अनिल शर्मा और बीजेपी के रिश्तों में एक दरार सी आ गई थी. लेकिन अब इस दरार को भरते हुए अनिल शर्मा ने अपना रुख साफ कर दिया है. विधानसभा चुनाव से ऐन पहले अनिल शर्मा का साथ आने का फैसला बीजेपी के लिए राहत भरा है. अनिल शर्मा ने अपने बेटे एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आश्रय शर्मा के भी भाजपा में शामिल होने के पूरे संकेत दे दिए हैं. (Anil Sharma will stay in BJP) (Aashray Sharma in BJP) (Himachal Assembly Election 2022)

अनिल शर्मा बोले- पूरा परिवार एक ही तरफ चलेगा: शनिवार को मंडी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनिल शर्मा के अलावा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी मौजूद थे. सदर विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि लंबे समय से चली आ रही दूरियां आज समाप्त हो चुकी हैं और अपने विधानसभा क्षेत्र और हिमाचल के विकास को लेकर हम अब एकजुट होकर साथ चलेंगे. उन्होंने कहा कि परिवार में मनमुटाव चलता रहता है और इस मनमुटाव को बैठ कर समाप्त कर (Anil Sharma will stay in BJP) लिया गया है. उन्होंने कहा कि अब पूरा परिवार एक ही तरफ चलेगा और यह निर्णय भारतीय जनता पार्टी, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ताकत देगा.

भाजपा में ही रहेंगे अनिल शर्मा.

सीएम बोले- अलग हुए रास्ते फिर जुड़े : वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक परिदृश्य में परिस्थितियों के कारण रास्ते अलग हो जाते हैं. लेकिन अलग हुए रास्ते फिर जुड़ भी जाते हैं. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा ने अपने पिता का सम्मान करते हुए परिस्थितियों के अनुसार दूर रहने का फैसला लिया था. लेकिन अब अनिल शर्मा ने भाजपा के साथ एकजुट होकर साथ चलने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अनिल शर्मा भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं और भविष्य में भी पार्टी के साथ मिलकर कार्य करेंगे.

सुरेश कश्यप बोले- किंतु और परंतु की अब गुंजाइश नहीं: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि सदर विधायक अनिल शर्मा भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं और भाजपा युवा मोर्चा की युवा विजय संकल्प रैली में भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा अब पूरी तरह भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. सुरेश कश्यप ने कहा कि अब किसी भी प्रकार के किंतु (Anil Sharma will stay in BJP) और परंतु गुंजाइश नहीं है. सभी साथ मिलकर आने वाले समय में विधानसभा चुनावों की चुनौती का सामना करेंगे.

अनिल शर्मा की कहानी : अनिल शर्मा देश के पूर्व टेलीकॉम मंत्री और हिमाचल के कद्दावर नेता रहे पंडित सुखराम के बेटे हैं. 1993 में पहली बार मंडी सीट से विधायक बने अनिल शर्मा अब तक कुल चार बार विधानसभा पहुंच चुके हैं. 2012 में वीरभद्र सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अनिल शर्मा ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का कमल थाम लिया. अनिल शर्मा चुनाव भी जीत गए लेकिन बीजेपी के समीकरण साल 2019 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले तब बिगड़ गए. जब अनिल शर्मा के पिता पंडित सुखराम और बेटे आश्रय शर्मा ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. बीजेपी से टिकट नाम मिलता देख दादा ने पोते के लिए कांग्रेस का दामन थाम लिया था. आश्रय शर्मा को कांग्रेस ने मंडी लोकसभा से टिकट दिया और आश्रय शर्मा चुनाव हार गए.

परिवार कांग्रेस और बीजेपी में बंटा तो अनिल शर्मा की मुश्किलें बढ़ना लाजमी था. बीजेपी में रहते हुए भी जैसे वो बीजेपी के नहीं थे, वो खुद कई बार कह चुके हैं कि उन्हें क्षेत्र में होने वाले कई कार्यक्रमों में विधायक होने के बावजूद नहीं बुलाया जाता है. बीते वक्त में सीएम जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा की बयानबाजी से दोनों की दूरियां कई बार जगजाहिर भी हो चुकी हैं लेकिन अब अनिल शर्मा का ताजा बयान किसी राहत से कम नहीं है. अनिल शर्मा ने साफ कहा है कि वो बीजेपी में ही रहेंगे और परिवार भी बीजेपी में आएगा, यानी अनिल शर्मा की मानें तो आने वाले दिनों में आश्रय शर्मा भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में आ जाएंगे.

बता दें कि इससे पूर्व आश्रय शर्मा ने शिमला ग्रामीण विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह पर अनदेखी करने के गंभीर आरोप लगाए थे. आश्रय शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह द्वारा शुरू की गई युवा रोजगार पदयात्रा से भी इस्तीफा दे दिया था.

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Last Updated : Sep 24, 2022, 8:04 PM IST
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