मंडी : मंडी शिक्षा उत्थान समिति का कुनबा और पहुंच बढ़ाने के लिए जिले में तीन महीने के लिए महाअभियान की शुरूआत की जाएगी. जनता और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से अधिक से अधिक लोगों को समिति से जोड़ा जाएगा.
डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि समिति जरूरतमंद बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके तहत अब तक 312 बच्चों की मदद की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि समाज के अलग-अलग तबकों से दान के रूप में करीब 12 लाख रुपये एकत्रित कर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के माध्यम से वितरित किए गए हैं.
डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि किसी भी बच्चे को शिक्षा के लिए मदद की जरूरत हो तो मामला समिति के ध्यान में लाएं और जो लोग बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद करने के इच्छुक हों वे संबंधित एसडीएम से मिलें. उन्होंने बताया कि समिति सदस्य अपने आसपास के लोगों को भी मंडी शिक्षा उत्थान समिति से जुड़ने के लिए प्रेरित करें ताकि अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए सहायता उपलब्ध करवाई जा सके
डीसी आशुतोष गर्ग ने बताया कि समिति की गतिविधियों को बेहतर तरीके से कार्यान्वित करने के लिए अगली बैठक में गवर्निंग बॉडी का गठन किया जाएगा, ताकि समिति के कामकाज को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया जा सके. ये कमेटी तीन महीने में बैठक करेगी. उन्होंने बताया कि समिति जिन बच्चों की मदद कर रही है, उनके लिए जल्द ही एक कांउसलिंग सेंशन रखा जाएगा, जिसमें उन सभी बच्चों को बुलाकर उन्हें आगे की पढ़ाई और भविष्य को लेकर मार्गदर्शन दिया जाएगा.
डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की व्यवस्था विकसित करने के प्रयास किए जाएंगे. इसके अलावा मदद चाहने वाला बच्चा जिस क्षेत्र का हो उसी क्षेत्र के समिति सदस्य से उसकी पढ़ाई के खर्चे के लिए मदद लेने का प्रयास किया जाएगा. ऐसे में समिति की मध्यस्थ की भूमिका रहेगी और डोनर व बच्चे में सीधे संवाद की व्यवस्था बनेगी. साथ ही दान देने वाले लोगों को इस बात का भी पता रहेगा कि वे किसकी मदद कर रहे हैं और बच्चा पढ़ाई में कैसा प्रदर्शन कर रहा है.
डीसी ने कहा कि समिति को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए जिले भर में होने वाले मेलों से अर्जित आय का कुछ प्रतिशत समिति के खाते में डालने की व्यवस्था बनाई जाएगी. इसके अलावा मेलों-त्यौहारों में समिति द्वारा अपने स्टॉल लगाए जाएंगे, ताकि लोगों को इसकी गतिविधियों की जानकारी मिले और लोग इससे जुड़ सके. बैठक में मौजूद सभी गैर सराकरी व सरकारी सदस्यों ने जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा तय बनाने की इस मुहिम को आगे बढ़ाने में हर संभव मदद का संकल्प लिया.
बता दें कि कई बार आर्थिक तंगी और विषम पारिवारिक परिस्थितियों के कारण कुछ बच्चे पढ़ने की इच्छा रखने के बावजूद उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं. ऐसे बच्चों की मदद करने के उद्देश्य से सितंबर 2015 में उत्थान समिति का गठन किया गया था. ये आम जनता की पहल थी, जिसमें फिर जिला प्रशासन जुड़ा और इसे व्यापक अभियान की सूरत दी.
जिला सचिव रैडक्रॉस सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया ने बताया समिति ने बुक बैंक भी तैयार किया है, जिससे बच्चों को सिलेबस की किताबें मुहैया करवाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि समिति के लिए गुरुवार को बैठक का आयोजन किया गया.