मंडी: परिवारवाद कांग्रेस पार्टी में भरा पड़ा है और मैंने अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि अपने क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए भाजपा में ही बने रहने का फैसला लिया है. यह बात मंडी जिला के सदर विधानसभा से भाजपा के विधायक अनिल शर्मा ने मंडी में कही. मंगलवार को मंडी सदर मंडल भाजपा की बैठक का आयोजन किया गया. जिस दौरान अनिल शर्मा के साथ 80 के करीब प्रधानों उप प्रधानों व समर्थकों ने जो कांग्रेस में चले गए थे उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया.
इसके बाद मीडिया से अनौपचारिक (Himachal Pradesh Assembly Elections 2022) वार्ता के दौरान अनिल शर्मा ने कहा कि परिवार के बारे में सोचा होता तो मैं कांग्रेस पार्टी में चला जाता, क्योंकि वहां पर एक ही परिवार के लोगों को टिकट देने की रिवायत है, लेकिन मैंने भाजपा अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि सदर विधानसभा क्षेत्र के विकास और सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश को आगे ले जाने के लिए भाजपा में ही बने रहने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी व नेताओं पर भी जुबानी हमले किए.
उन्होंने कहा कि मंडी के एक कांग्रेस नेता अपने (MLA Anil Sharma on Congress) आप को सबसे वरिष्ठ नेता होने और हमेशा ही सीएम बनने का झांसा देकर चुनावा लड़ते हैं, लेकिन अभी तक कांग्रेस पार्टी के पास सीएम का चेहरा तक नहीं है. उन्होंने बताया कि यदि फिर से प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनी तो उसके 6 महीने में ही मंडी के कोटली में पावर प्रोजेक्ट का काम शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी हर चुनाव का मुद्दा मात्र होते हैं और बाद में सब ठीक हो जाता है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी का पूरे देश में नाम भी नहीं रह गया और अब वे केवल जनता को लुभावने वादे देने की कोशिश में लगे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ठंडी पड़ चुकी है और चुनावों के दौर में जिस प्रकार का उत्साह भाजपा में है कांग्रेस उससे बहुत पिछड़ी हुई है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पुत्र आश्रय भी उनके साथ ही चलेंगे और उनकी भाजपा में ज्वाइनिंग दिल्ली में होगी.
बता दें कि स्वर्गीय पंडित सुखराम के पुत्र अनिल शर्मा पिछली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन बाद में लोकसभा के चुनावों में उनके पुत्र आश्रय ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा. जिसके चलते इनके समर्थक आधे कांग्रेस में चले गए जिन्होंने कांग्रेस पार्टी से सामुहिक इस्तीफा देकर अब फिर से अनिल शर्मा और भाजपा के साथ चलने का ऐलान कर दिया है.
ये भी पढ़ें- बिना कर्ज के सरकार चलाने का मास्टर प्लान बताएं कांग्रेसी- MLA अनिल शर्मा
ये भी पढ़ें- Rampur Assembly Seat: रामपुर सीट जहां आज तक नहीं खिला कमल