ETV Bharat / city

करसोग में चलेगा नशा मुक्ति कैंपेन, छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किया जाएगा अलर्ट - शिक्षण सस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों

मंडी के करसोग उपमंडल के शिक्षण सस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरुक करने को लेकर प्रशासन विशेष अभियान चलाएगा. जिसमें छात्रों को नशे के विरोध में सचेत किया जाएगा.

anti Drug addiction campaign
author img

By

Published : Nov 14, 2019, 12:04 AM IST

मंडीः जिला मंडी के करसोग उपमंडल के तहत पड़ने वाले शिक्षण सस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरुक करने को लेकर प्रशासन की ओर से अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत छात्रों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत करवाया जाएगा.

ये अभियान करसोग उपमंडल में 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक सभी शैक्षणिक संस्थानों में चलाया जाएगा. एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग सहित पुलिस, आर्युवेदिक विभाग और ट्रेंड टीचर्स सरकारी कॉलेज, बीएड कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में जाकर छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए अलर्ट करेंगे.

इसके तहत महीने भर शैक्षणिक संस्थान में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान सभी छात्रों को नशे के कानूनी, सामाजिक और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा इस अभियान में स्थानीय महिला मंडल सहित पंचायतीराज विभाग के कर्मचारी भी हिस्सा लेंगे.

वीडियो.

अभियान के दौरान शैक्षणिक संस्थानों में एसएमसी की भी बैठकें आयोजित की जाएंगी. इस अभियान का शुभारंभ 15 नवम्बर को सुबह प्रभात फेरी से किया जाएगा. इस दौरान 16 नवम्बर को पतंजलि योगपीठ की ओर से योग का भी कार्यक्रम रखा गया है.

शैक्षणिक संस्थानों पर अधिक जोर: एसडीएम


एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि शैक्षिणक संस्थानों में ही छात्र नशे की चपेट में न आएं. इसलिए प्रशासन सबसे अधिक ध्यान शैक्षणिक संस्थानों पर देगा. उन्होंने कहा कि यहां छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने के लिए हर दिन कोई न कोई एक्टिविटी होती रहेगी.

ये भी पढ़ें- शिमला के आइस स्केटिंग रिंक के 100 साल, पूर्व PM से लेकर कई नामी हस्तियों ने आजमाए हैं पैर

मंडीः जिला मंडी के करसोग उपमंडल के तहत पड़ने वाले शिक्षण सस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरुक करने को लेकर प्रशासन की ओर से अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत छात्रों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत करवाया जाएगा.

ये अभियान करसोग उपमंडल में 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक सभी शैक्षणिक संस्थानों में चलाया जाएगा. एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग सहित पुलिस, आर्युवेदिक विभाग और ट्रेंड टीचर्स सरकारी कॉलेज, बीएड कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में जाकर छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए अलर्ट करेंगे.

इसके तहत महीने भर शैक्षणिक संस्थान में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान सभी छात्रों को नशे के कानूनी, सामाजिक और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा इस अभियान में स्थानीय महिला मंडल सहित पंचायतीराज विभाग के कर्मचारी भी हिस्सा लेंगे.

वीडियो.

अभियान के दौरान शैक्षणिक संस्थानों में एसएमसी की भी बैठकें आयोजित की जाएंगी. इस अभियान का शुभारंभ 15 नवम्बर को सुबह प्रभात फेरी से किया जाएगा. इस दौरान 16 नवम्बर को पतंजलि योगपीठ की ओर से योग का भी कार्यक्रम रखा गया है.

शैक्षणिक संस्थानों पर अधिक जोर: एसडीएम


एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि शैक्षिणक संस्थानों में ही छात्र नशे की चपेट में न आएं. इसलिए प्रशासन सबसे अधिक ध्यान शैक्षणिक संस्थानों पर देगा. उन्होंने कहा कि यहां छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने के लिए हर दिन कोई न कोई एक्टिविटी होती रहेगी.

ये भी पढ़ें- शिमला के आइस स्केटिंग रिंक के 100 साल, पूर्व PM से लेकर कई नामी हस्तियों ने आजमाए हैं पैर

Intro:15 नवंबर से एक महीने महाविद्यालय सहित सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में चलेगा अभियानBody:यहां छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किया जाएगा जागरूक

करसोग
उपमंडल करसोग के तहत पड़ने वाले महाविद्यालय सहित सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में नशे जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जिसमें छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में अवगत करवाया जाएगा। ये अभियान उपमंडल में 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक सभी शैक्षणिक संस्थानों में चलाया जाएगा। एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग सहित पुलिस, आर्युवेदिक विभाग और ट्रेंड टीचर महाविद्यालय, बीएड कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में जाकर छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह देंगे। इसके तहत किसी न किसी शैक्षणिक संस्थान में रोजाना कोई न कोई कार्यक्रम चलता रहेगा। इस दौरान सभी छात्रों को नशे के कानूनी, सामाजिक और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।। इसके अलावा इस अभियान में स्थानीय महिला मंडल सहित पंचायतीराज विभाग के कर्मचारी भी हिस्सा लेंगे। इस अभियान के दौरान शैक्षणिक संस्थानों में एसएमसी की भी बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस अभियान का शुभारंभ 15 नवम्बर को सुबह प्रभातफेरी से किया जाएगा। जोकि महाविद्यालय से एसडीएम ऑफिस से होकर बस स्टैंड तक निकाली जाएगी। जिसमें सभी विभाग के अधिकारियों सहित स्थानीय जनता और सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के सभी बच्चे भाग लेंगे। इस दौरान 16 नवम्बर को पतंजलि योगपीठ की और से योग का भी कार्यक्रम रखा गया है।

शैक्षणिक संस्थानों पर अधिक ध्यान: एसडीएम
एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि शैक्षिणक संस्थानों में ही छात्र नशे से प्रभावित होते हैं। इसलिए प्रशासन ने सबसे अधिक ध्यान इन्ही शैक्षणिक संस्थानों पर दिया है। उन्होंने कहा कि यहां छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने के लिए हर दिन कोई न कोई एक्टिविटी होती रहेगी।

Conclusion:एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि शैक्षिणक संस्थानों में ही छात्र नशे से प्रभावित होते हैं। इसलिए प्रशासन ने सबसे अधिक ध्यान इन्ही शैक्षणिक संस्थानों पर दिया है। उन्होंने कहा कि यहां छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने के लिए हर दिन कोई न कोई एक्टिविटी होती रहेगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.