मनाली: शुक्रवार को तिब्बतन यूथ कांग्रेस व तिब्बतन वूमेन एसोसिएशन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला जलाया और नारेबाजी की. साथ ही गलवान घाटी में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी और चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया.
बता दें कि लद्दाख सीमा पर चीनी सेना द्वारा की गई घटिया हरकत से मनाली में तिब्बती भी उग्र हो गए हैं. तिब्बतन यूथ कांग्रेस और तिब्बतन वूमेन एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने चाइना मेड सामना को तोड़कर रोष प्रकट किया.
तिब्बतन वूमेन एसोसिएशन के सदस्य कुन्चौक लहमो ने कहा कि आज गलवान घाटी में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी गई और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका गया है. उन्होंने कहा कि चीन में निर्मित सामान का बहिष्कार करने के लिए वैश्विक आंदोलन शुरू किया गया है.
तिब्बतन यूथ कांग्रेस के सदस्य सोनम गोम्फो ने बताया कि आज हमारे कार्यकर्ताओं द्वारा शपथ ली गई है कि वो चाइना मेड सामान का प्रयोग न करेंगे और ना ही करने देंगे. उन्होंने कहा कि चीन की लापरवाही से पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है.
गौर रहे कि गलवान घाटी में 16 जून को भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे. शहीदों की शहादत को याद करते हुए पूरे देश में जवानों को श्रद्धांजलि दी जा रही है, जबकि चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
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