कुल्लूः जिला में दोपहर के समय बारिश हुई. हालांकि यह बारिश थोड़ी ही देर के लिए हुई, लेकिन लंबे समय के बाद हुई बारिश की बूंदों ने घाटी में ठंड बढ़ा दी है. लाहौल-स्पीति व कुल्लू की ऊंचाई वाली चोटी पर जहां सुबह से ही बर्फबारी का दौर जारी है. वहीं, बर्फबारी के कारण पूरी घाटी कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गई है.
जिला के मुख्यालय में भी दोपहर बाद अचानक तेज बारिश शुरू हुई, जिसके चलते ढालपुर व आसपास के इलाकों में उड़ रही धूल मिट्टी से लोगों को राहत मिली है. हालांकि कृषि कार्यों के लिए यह बारिश ना काफी है, लेकिन किसान भी अब भगवान से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द ही बारिश की बूंदे बरसेगी और वे एक बार फिर से कृषि कार्यों को पूरा कर सकेंगे.
गौर रहे कि घाटी में पिछले लंबे समय से बारिश ना होने के चलते सूखे की स्थिति बनी हुई है. वहीं, धूल व मिट्टी के कारण भी काफी लोग संक्रमण की जद में आ रहे थे. ऐसे में यह बारिश की बूंदें काफी राहत दे गई हैं और ढालपुर व आसपास के इलाकों में उड़ रही धूल मिट्टी भी अब शांत हो गई है.
वहीं, किसान खुशहाल सिंह का कहना है कि बारिश की बूंदे किसानों के लिए संजीवनी का काम करती है. हालांकि यह बारिश काफी कम है और आगामी दिनों में अगर बारिश होती है तो इससे कृषि कार्यों को भी काफी मदद मिलेगी.
बीते दिनों ढालपुर मैदान में छिद्रा कई कार्रवाई के दौरान देवी देवताओं ने भी श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया था कि अब बारिश होगी, जिसके चलते अब लोगों की देव आस्था एक बार फिर से मजबूत हुई है.