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दशहरा उत्सव में हुड़दंगियों पर नजर रखेगा जासूसी चश्मा, लोगों को घटनाओं से मिलेगी राहत

दशहरा उत्सव के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़, जेबकतरे, मारपीट करने वाले, भीड़ की गुंडागर्दी, शरारती तत्व अब पुलिस के शिकंजे से नहीं बच पाएंगे. दरअसल पुलिस द्वारा इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जासूसी चश्मे का उपयोग किया जाएगा.

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Published : Sep 26, 2019, 1:52 PM IST

कुल्लू: दशहरा उत्सव के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़, जेबकतरे, मारपीट करने वाले, भीड़ की गुंडागर्दी, शरारती तत्व अब पुलिस के शिकंजे से बच नहीं पाएंगे. इन घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग के लिए पुलिस जासूसी चश्मे इस्तेमाल करेगी.

ये जासूसी चश्मे दशहरा उत्सव में पहली बार इस्तेमाल हो रहे हैं. पुलिस दशहरे के दौरान नागरिकों, महिलाओं, स्वयं सेवकों, दुकानदारों, वरिष्ठ नागरिकों और ट्रैफिक पुलिस को ये चश्मे प्रदान करेगी, जिससे ऐसी घटनाएं रिकॉर्ड की जा सके. हालांकि पुलिस की ओर से सुरक्षा की दृष्टि से 106 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन इन जासूसी चश्मों से पुलिस को घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग मिलेगी.

आमतौर पर दशहरे के दौरान छेड़छाड़ करने वाले, जेबकतरे और असामाजिक तत्व कई घटनाओं को अंजाम देते थे, लेकिन पुलिस को उन तक पहुंचना भीड़ के बीच मुश्किल हो जाता था. इस बार मेला क्षेत्र, बसों, कलाकेंद्र सहित प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में इन जासूसी चश्मे से नजर रखी जाएगी. जासूसी चश्मा नागरिकों, महिलाओं, स्वयंसेवकों, दुकानदारों, विक्रेताओं, वरिष्ठ नागरिकों, ट्रैफिक पुलिस को दिए जाने से पुलिस को काफी मदद मिलेगी.

पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि कुछ दिनों के अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के मद्देनजर छेड़छाड़, महिलाओं के खिलाफ अपराध, पॉकेट मारना, हाथापाई करना, भीड़ की गुंडागर्दी, भीड़ को भगाना, अभद्रता (सार्वजनिक स्थान पर लड़ाई करना) की घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग के लिए स्पाई स्पेक्ट्रम / गॉगल्स (जासूसी चश्मे) का इस्तेमाल किया जाएगा.

कुल्लू: दशहरा उत्सव के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़, जेबकतरे, मारपीट करने वाले, भीड़ की गुंडागर्दी, शरारती तत्व अब पुलिस के शिकंजे से बच नहीं पाएंगे. इन घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग के लिए पुलिस जासूसी चश्मे इस्तेमाल करेगी.

ये जासूसी चश्मे दशहरा उत्सव में पहली बार इस्तेमाल हो रहे हैं. पुलिस दशहरे के दौरान नागरिकों, महिलाओं, स्वयं सेवकों, दुकानदारों, वरिष्ठ नागरिकों और ट्रैफिक पुलिस को ये चश्मे प्रदान करेगी, जिससे ऐसी घटनाएं रिकॉर्ड की जा सके. हालांकि पुलिस की ओर से सुरक्षा की दृष्टि से 106 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं, लेकिन इन जासूसी चश्मों से पुलिस को घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग मिलेगी.

आमतौर पर दशहरे के दौरान छेड़छाड़ करने वाले, जेबकतरे और असामाजिक तत्व कई घटनाओं को अंजाम देते थे, लेकिन पुलिस को उन तक पहुंचना भीड़ के बीच मुश्किल हो जाता था. इस बार मेला क्षेत्र, बसों, कलाकेंद्र सहित प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में इन जासूसी चश्मे से नजर रखी जाएगी. जासूसी चश्मा नागरिकों, महिलाओं, स्वयंसेवकों, दुकानदारों, विक्रेताओं, वरिष्ठ नागरिकों, ट्रैफिक पुलिस को दिए जाने से पुलिस को काफी मदद मिलेगी.

पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि कुछ दिनों के अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के मद्देनजर छेड़छाड़, महिलाओं के खिलाफ अपराध, पॉकेट मारना, हाथापाई करना, भीड़ की गुंडागर्दी, भीड़ को भगाना, अभद्रता (सार्वजनिक स्थान पर लड़ाई करना) की घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग के लिए स्पाई स्पेक्ट्रम / गॉगल्स (जासूसी चश्मे) का इस्तेमाल किया जाएगा.

Intro:दशहरा उत्सव में हुड़दंगियों पर नजर रखेगा जासूसी चश्मा Body:

दशहरा उत्सव के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़, जेबकतरे, मारपीट करने वाले, भीड़ की गुंडागर्दी, शरारती तत्व अब पुलिस के शिकंजे से नहीं बच पाएंगे। इन घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग के लिए पुलिस जासूसी चश्मे इस्तेमाल करेगी। जासूसी चश्मे के कैमरे में आसपास की सभी गतिविधियां कैद हो जाएंगी। ये जासूसी चश्मे दशहरा उत्सव में पहली बार इस्तेमाल हो रहे हैं। पुलिस दशहरे के दौरान नागरिकों, महिलाओं, स्वयंसेवकों, दुकानदारों, वरिष्ठ नागरिकों और ट्रैफिक पुलिस को ये चश्मे प्रदान करेगी, जिससे ऐसी घटनाएं रिकॉर्ड की जा सके। हालांकि पुलिस की ओर से सुरक्षा की दृष्टि से 106 सीसीटीवी कैमरे भी लगा रही है। लेकिन इन जासूसी चश्मों से पुलिस को घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग मिल सकेगी। आमतौर पर दशहरे के दौरान छेड़छाड़ करने वाले, जेबकतरे और असामाजिक तत्व कई घटनाओं को अंजाम देते थे। लेकिन पुलिस को उन तक पहुंचना भीड़ के बीच मुश्किल हो जाता था। लेकिन इस बार मेला क्षेत्र, बसों, कलाकेंद्र सहित प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में इन जासूसी चश्मे से नजर रखी जाएगी। जासूसी चश्मा नागरिकों, महिलाओं, स्वयंसेवकों, दुकानदारों, विक्रेताओं, वरिष्ठ नागरिकों, ट्रैफिक पुलिस को दिए जाने से पुलिस को काफी मदद मिलेगी।
Conclusion:बॉक्स
कुछ दिनों के बाद कुल्लू का दशहरा है। अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के मद्देनजर छेड़छाड़, महिलाओं के खिलाफ अपराध, पॉकेट मारना, हाथापाई करना, भीड़ की गुंडागर्दी, भीड़ को भगाना, अभद्रता (सार्वजनिक स्थान पर लड़ाई करना) की घटनाओं की रियल टाइम रिकॉर्डिंग के लिए स्पाई स्पेक्ट्रम / गॉगल्स (जासूसी चश्मे) का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे आपराधिक घटनाओं को रिकॉर्ड किया जा सके। इससे निगरानी रखने में पुलिस को काफी सहायता मिलेगी।
-गौरव सिंह, पुलिस अधीक्षक
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