कुल्लू: आज देशभर में महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत कर रही (Karwa Chauth 2022) हैं. करवा चौथ के दिन निर्जला व्रत रखकर सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु, सौभाग्य, समृद्धि और सुखी जीवन की कामना करती हैं. दिनभर भूखे प्यासे रहकर रात को चंद्रमा के नजर आने पर पूजा-पाठ करने के बाद ही करवा चौथ का व्रत खोलने का विधान है. रात होते ही सुहागिन महिलाएं आसमान की तरफ टकटकी लगाए चांद के निकलने का इंतजार करती हैं, व्रत के दिन ऐसा लगता है कि मानों चांद भी देर से निकलता है और व्रत कर रही महिलाओं की परीक्षा लेता है. लेकिन अगर मौसम खराब हो और करवा चौथ पर चांद न दिखे तो व्रत कैसे खोलें ? इसका उपाय ईटीवी भारत आपको बता रहा है. (If Moon Is Not Visible On Karwa Chauth) (How to Break Karwa Chauth Fast) (if moon is not sighted on karwa chauth)
करवा चौथ पर चांद न दिखे तो करें ये उपाय: अगर चंद्रमा आसमान में नजर ना आए तो ऐसे में कई उपाए किए जा सकते हैं. कुल्लू के ज्योतिषाचार्य दीप कुमार बताते हैं कि यदि चंद्रमा आसमान में नजर ना आए तो इस स्थिति में महिलाएं घबराएं नहीं बल्कि भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर अपना व्रत खोल सकती हैं. यदि आपके घर में भगवान शिव की ऐसी कोई प्रतिमा न हो, तो मंदिर जाकर भी व्रत खोल सकते हैं. (Women worship moon placed on head of Lord Shiva)
ये उपाय भी कर सकते हैं: वैसे व्रत खोलने का सबसे अच्छा उपाय ये भी है कि जिस दिशा से चांद का उदय होता है. उधर मुंह करके चंद्रमा का ध्यान करें और व्रत खोलें. वहीं, महिलाएं पूजा घर में चावल का चंद्रमा बनाकर भी विधि-विधान से उनकी पूजा करके अपना व्रत खोल सकती हैं. इसके करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाएं चांद नजर ना आने पर चंद्र देव का आह्वान या उन्हें याद करने के साथ विधि-विधान से पूजा पाठ करके भी व्रत को पूरा कर सकती हैं. इस दौरान लक्ष्मी माता की पूजा करें.
दरअसल हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में इन दिनों मौसम खराब चल रहा है और आसमान भी बादलों से ढका हुआ है. ऐसे में रात के समय चंद्रमा के दर्शन करने में महिलाओं को मुश्किलें पेश आ सकती हैं. जिसके लिए वे इन उपायों को अपना सकती हैं.(Ways to break fast if moon is not sighted)
हिमाचल में चांद दिखने का समय: देशभर में चांद निकलने का अलग-अलग समय होता है. हिमाचल में भी अलग-अलग समय पर चांद दिखेगा. चांद को अर्घ्य देकर पूजा-पाठ के बाद व्रत खोल भोजन ग्रहण किया जा सकता है. (Karwa chauth 2022 moonrise time) (Moonrise time in Himachal)
शहर | चांद दिखने का समय |
शिमला | 08:03 PM |
धर्मशाला | 08:21 PM |
कांगड़ा | 08:06 PM |
हमीरपुर | 08:06 PM |
बिलासपुर | 08:06 PM |
बनिखेत | 08:06 PM |
नाहन | 08:06 PM |
नूरपुर | 08:06 PM |
चंबा | 08:05 PM |
पालमपुर | 08:05 PM |
बैजनाथ | 08:05 PM |
सरकाघाट | 08:05 PM |
सुंदरनगर | 08:05 PM |
सुहागिनों सालभर करती हैं करवा चौथ व्रत का इंतजार: हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है. यह सुहागिनों के सबसे बड़े त्योहार में से एक है. सुहागिनों को करवा चौथ व्रत का इंतजार सालभर रहता है. जिसमें महिलाएं इस दिन 16 श्रृंगार करके पूरे दिन बिना अन्न और पानी पीए रहती हैं. शाम को माता करवा की पूजा और कथा सुनती हैं फिर रात को चांद के निकलने पर अर्घ्य देते हुए पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ती हैं.
इस साल करवा चौथ शुभ योग पर: इस साल करवा चौथ का त्योहार बहुत ही शुभ योग और कई ग्रहों के शुभ संयोग में मनाया जाएगा. इस दिन सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा शुभ फल देने वाले गुरु ग्रह अपनी स्वयं की राशि में रहेंगे. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक ऐसा संयोग 46 वर्षों के बाद बन रहा है. इस बार करवा चौथ पर गुरु का प्रभाव सबसे ज्यादा रहेगा. (Women worship moon placed on head of Lord Shiva)
करवा चौथ की पूजा होगी सफल और मंगलकारी: यह संयोग सुख-समृद्धि और वैभव में वृद्धि करने वाला होगा. इसी के साथ सुहागिन महिलाओं के अखंड सौभाग्य और सुख-सुविधा के लिए शुभ फलदायी रहने वाला है. इसके अलावा करवा चौथ पर चंद्रमा और बुध ग्रह उच्च राशि में विराजमान होंगे. गुरु-शनि भी अपनी राशि में जबकि मंगल स्वयं के नक्षत्र में होंगे. बुधादित्य और महालक्ष्मी योग करवा चौथ की पूजा को सफल और मंगलकारी बनाएंगे. (Ways to break fast if moon is not sighted)
ये भी पढ़ें: Karwa Chauth 2022: करवा चौथ के दिन महिलाएं न करें इन चीजों की शॉपिंग, जानें उद्यापन जरूरी है या नहीं