कुल्लू: कोरोना केस आने के बाद जिला अस्पताल के गायनी वार्ड को सील कर दिया गया है. एहतियात के तौर पर अस्पताल प्रशासन द्वारा 45 मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया है. साथ ही भर्ती मरीजों के पहले कोरोना टेस्ट लिए जा रहे हैं, ताकि कोविड के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
बता दें कि कुल्लू जिला अस्पताल के गायनी वार्ड में 31 अगस्त को एक महिला को इलाज के लिए भर्ती किया गया था, भर्ती होने के समय ही कोरोना जांच के लिए महिला का सैंपल लिया गया था. शुक्रवार को महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. वहीं, सूचना मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड को तुरंत सील कर दिया और सेनिटाइज करवाया. साथ ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा गर्भवती महिलाओं की व्यवस्था तेगुबवेहड़ अस्पताल में की गई है और कुल्लू से भी मरीजों को वहां शिफ्ट किया गया है.
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीना लाल ने बताया कि कोरोना केस आने पर पूरे वार्ड को सेनिटाइज किया गया है और यहां आने वाले हर मरीज का कोरोना टेस्ट भी लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अधिकतर महिलाओं की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है. हालांकि आपातकाल स्थिति में आने वाले मरीजों को तुरंत भर्ती किया जा रहा है और उनका इलाज भी किया जा रहा है.
डॉक्टर नीना लाल ने बताया कि एहतियातन वार्ड को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है और पूरे वार्ड को सेनिटाइज करने के बाद ही दोबारा खोला जाएगा. तब तक महिलाओं की व्यवस्था तेगुबेहड़ अस्पताल में की गई है. गौर रहे कि इससे पहले भी 14 अगस्त को कोरोना का मामला आने पर गायनी वार्ड को सील किया गया था और सेनिटाइज करने के बाद दोबारा मरीजों के लिए खोला गया था.
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