कुल्लू : जिला कुल्लू की उझी घाटी में सेब बागवान पेड़ों की प्रूनिंग की आधुनिक तकनीक से अब जागरूक होंगे. वहीं, सेब के पेड़ों में पोषक तत्व को कैसे पूरा किया जाए इसके बारे में भी शिविर में बताया (Camp on Apple Pruning in Kullu) जाएगा. कुल्लू फल उत्पादक मंडल (Kullu Fruit Growers Board)15 से 17 दिसंबर तक प्रूनिंग शिविरों का आयोजन करेगा. इस शिविर में शिमला जिले के प्रगतिशील बागवान डिंपल पांजटा (apple grower dimple panjta)अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे और बागवानी की नई तकनीकों से अवगत कराएंगे. सेब के फल की अच्छी गुणवत्ता के लिए पौधों की सही काट– छांट व सूक्ष्म तत्वों की काफी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है.
अच्छी प्रूनिंग से सेब की गुणवता में सुधार होता और सेब की उत्पादन क्षमता में इजाफा भी होता है. कुल्लू फल उत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने बताया कि क्षेत्र के बागवानों के लिए मंडल समय – समय पर बागवानी संबधी प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करवाता रहा. आजकल क्षेत्र में प्रूनिंग का दौर चला , इसलिए कुल्लू फल उत्पादक मंडल प्रूनिंग शिविरों का आयोजन कर रहा. प्रेम शर्मा ने कहा कि कुल्लू की उझी घाटी में अब रॉयल के साथ-साथ विदेशों से आयातित स्पर व सैमी स्पर वैरायटी का सेब भी लगाया जा रहा.
इनकी प्रूनिंग व प्रबंधन परंपरागत रॉयल सेब से अलग होती है. इसलिए मंडल के बागवानों को सेब की नई प्रजातियों की प्रूनिंग की सही जानकारी से अवगत कराने के लिए शिविरों का आयोजन किया जा रहा. प्रेम शर्मा ने कहा कि इन शिविरों में बागवानी विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहकर विभाग द्वारा बागवानों को दी जा रही स्कीमों की जानकरी देंगे. उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर को बरुआ व क्लाथ में शिविर आयोजित किया जाएगा. 16 दिसंबर को पनंगा व बाड़ी में और 17 दिसंबर को नग्गर व सरसेई में बागवानों को जानकारी दी जाएगी.
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