हमीरपुर: कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) निपटने के लिए जिला प्रशासन हमीरपुर में तैयारियां शुरू कर दी हैं. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर (Health Department Hamirpur) के साथ मिलकर प्रशासनिक अधिकारियों ने व्यवस्थाओं को पुख्ता करना शुरू कर दिया है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (Medical College Hamirpur) के साथ ही जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी (lack of oxygen) ना हो. छोटे से लेकर बड़े अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) को जल्द से जल्द फंक्शन करने के लिए कार्य किया जा रहा है. करीब सभी सिविल अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया गया है.
एनआईटी हमीरपुर (NIT Hamirpur) की मदद से तकनीक का सहारा लेकर भी महामारी के दौर में कर्मचारियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए कार्य किया जा रहा है ताकि कर्मचारी आधुनिक सुविधाओं के जरिए कार्यों को और बेहतर कर सकें. इसके लिए हाल ही में एक ऑटोमेटेड ट्रॉली भी विकसित की गई है, जिससे ऑक्सीजन सिलेंडर को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना बेहद आसान है. बता दें कि जिस कार्य को करने के लिए पहले आधे घंटे से 1 घंटे का समय लगता था उसे अब चंद मिनटों में ही पूरा किया जा सकता है.
हमीरपुर जिले में अस्पतालों में मरीजों के बिस्तर की संख्या में बढ़ोतरी करने के साथ ही कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जा रहा है. लगभग डेढ़ 2 साल से कर्मचारी आपात स्थितियों में मेडिकल सेवाएं दे रहे हैं. ऐसे में मानसिक और शारीरिक थकान होना लाजमी है. ऐसे में जरूरी है कि इन कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाए ताकि सेवाएं निरंतर चलती रहे.
कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन हमीरपुर ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर मेकशिफ्ट अस्पताल (makeshift hospital) के लिए साइट चयनित कर ली है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के साथ यह साइट देखी गई है और यहां पर भूमि को समतल करने का कार्य भी कर लिया गया है. गौर रहे हमीरपुर जिले में कोरोना के मामलों में पिछले दो-तीन दिनों में 4 से 5 गुना का इजाफा हुआ है, जहां पिछले महीने में हर दिन 4 से 5 मामले सामने आ रहे थे, वहीं पिछले दो दिनों में मंगलवार को 26 और बुधवार को 22 मामले सामने आए. प्रदेश भर में भी कोरोना मामलों का ग्राफ पिछले दो-तीन दिनों में बढ़ा है, ऐसे में इसे प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आहट मानना भी गलत नहीं होगा. अगर समय रहते सावधानी नहीं बरती गई और तैयारियां पुख्ता नहीं की गई तो यह दूसरी लहर से भी भयंकर परिणाम ला सकती हैं.
डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक (DC Hamirpur Devshweta Banik ) ने कहा कोरोना की तीसरी लहर आएगी या नहीं इसे लेकर स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है, लेकिन महामारी से बचाव के लिए सावधानी और तैयारियां जरूरी है. इसलिए जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां की जा रही हैं. इसके साथ ही डीसी ने लोगों से सावधानी बरतने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी छोटे और बड़े अस्पतालों में मरीजों के बिस्तरों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. ऑक्सीजन की कमी ना आए इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही मेकशिफ्ट अस्पताल के साइट का भी चयन कर लिया गया है.
यहां पर कुछ दिन पहले ही उन्होंने अधिकारियों के साथ दौरा किया है. इसके अलावा तकनीक के सहारे आपात स्थिति में कर्मचारियों को सुविधाजनक उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए एनआईटी हमीरपुर के विशेषज्ञ की भी मदद ली जा रही है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रबंधों का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने भी गुरुवार को मेकशिफ्ट अस्पताल के लिए चयनित साइट का विजिट किया साथ ही यहां पर अधिकारियों से विभाजित की मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रमेश चौहान ने कहा कि साइट का चयन कर लिया गया है, लेकिन इसे फाइनल अप्रूवल मेकशिफ्ट अस्पताल बनाने वाली कंपनी की तरफ से दी जाएगी. यह कंपनी जल्द ही यहां का दौरा करेगी. इस कंपनी को प्रपोजल और जानकारी दे दी गई है.
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