धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में श्री रामजन्म भूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान शुक्रवार से धर्मशाला के वाल्मीकि मन्दिर से शुरू हो गया. इसकी शुरुआत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी ने की.
भैया जी जोशी की ओर से वाल्मीकि धर्मशाला के मंदिर से इस अभियान की शुरुआत के साथ ये संदेश देने की कोशिश की गई कि भगवान राम को सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि के जरिए ही लोगों को जानने का मौका मिला और आज देश में जब भगवान राम के जन्म की भूमि पर सबसे बड़ा मंदिर बनने जा रहा है तो ऐसे में इसके लिए शुरू हुए समर्पण अभियान की शुरुआत वाल्मीकि मन्दिर से की गई.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैय्या जोशी ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि पर सब प्रक्रार के विवाद समाप्त होने के बाद वहां पर श्रीराम मंदिर निर्माण का संकल्प श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र न्यास ने किया. उन्होंने कहा कि देश में जो भी राम भक्त हैं, उनसे आर्थिक समर्पण प्राप्त करके इस मंदिर का निर्माण होगा.
महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा अर्चना के बाद हुआ शुभांरभ
भैया जी जोशी ने कहा कि शुक्रवार को इस व्यापक अभियान का शुभारंभ हो रहा है और धर्मशाला में इसका शुभारंभ महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा अर्चना से किया गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि यदि महर्षि वाल्मीकि नहीं होते तो हमें भगवान राम का पता नहीं होता.
'महार्षि वाल्मीकि ने भगवान राम का करवाया परिचय'
आरएसएस के सह कार्यवाह ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम का परिचय करवाया है. उनका जीवन इस तरह से बहुत श्रेष्ठ रहा है. उन्होंने कहा कि संघ द्वारा अभियान चलाया गया है और भव्य राम मंदिर निकट भविष्य में बनकर रहेगा. इसके लिए देवताओं से भी आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं.
'40 दिनों तक चलेगा अभियान'
भैया जी जोशी ने कहा कि देश भर में यह कार्यक्रम 40 दिनों तक चलेगा और इस दौरान करोड़ों परिवारों से इस संपर्क किया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस दौरान करीब 4 लाख से अधिक गांवों तक पहुंचा जाएगा और 12 से 13 करोड़ परिवारों से समर्पण निधि प्राप्त होगी.
रत्न हंस ने किया प्रदेश में सर्वप्रथम समर्पण
वहीं, इस समर्पण अभियान में 2100 रुपये का समर्पण करने वाले रत्न हंस हिमाचल प्रदेश के पहले शख्स बने. उन्होंने इसके लिए खुद को गौरवान्वित होने की बात भी कही. आरएसएस के हिमाचल प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार ने कहा कि मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक यह अभियान चलेगा.
'प्रदेश में बनी पांच हजार टोलियां'
किस्मत कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 15 लाख परिवारों में जाने की हिमाचल प्रांत की योजना है और लगभग साढ़े पांच हजार टोलियां हिमाचल प्रदेश के सभी राम भक्त परिवारों के घर में जाने वाली हैं और रामभक्त अपने सामर्थय अनुसार योगदान दे सकते हैं.
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