धर्मशाला: भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय आज से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में राज्य पर्यटन मंत्रियों के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है. 18 से 20 सितंबर तक चलने वाले इस सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के पर्यटन मंत्री (tourism ministers conference in dharamshala) शिरकत करेंगे. इस सम्मेलन में अध्यक्षता केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी (Union Tourism Minister G Kishan Reddy) करेंगे. जिसमें राज्यों के पर्यटन मंत्रियों के अलावा पर्यटन सचिव और भारत सरकार के आला अधिकारी भी शामिल होंगे.
इन राज्यों के मंत्री लेंगे भाग: इस कार्यक्रम का उद्घाटन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Himachal Pradesh CM Jairam Thakur) करेंगे. इस कार्यक्रम में अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, असम, त्रिपुरा, मिजोरम, हरियाणा, सिक्किम, गोवा, मेघालय, कर्नाटक, लद्दाख, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात सहित कई राज्यों के पर्यटन मंत्री शामिल होंगे. सम्मेलन में लगभग 250 प्रतिनिधियों के भाग लेने की (National Conference of State Tourism Ministers) उम्मीद है.
पर्यटन संबंधी मुद्दों पर होगी चर्चा: सम्मेलन पर्यटन मंत्रालय की विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करेगा. जिसमें पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास (Tourism Ministers Meeting in Dharamshala), सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और विरासत पर्यटन, हिमालयी राज्यों में पर्यटन (Tourism in Himalayan States), जिम्मेदार और टिकाऊ पर्यटन, विपणन और प्रचार के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका शामिल है. इसी के साथ पर्यटन स्थलों, भारतीय आतिथ्य क्षेत्र में होम स्टे का उभरता महत्व, आयुर्वेद, स्वास्थ्य, चिकित्सा मूल्य यात्रा और घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना, पर्यटन मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा के साथ-साथ वन्यजीव पर्यटन, जिम्मेदार पर्यटन, जी-20 के पर्यटन संबंधी पहलुओं जैसे अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
धर्मशाला में हुआ था मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन: बता दें कि इससे पहले तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मलेन भी 15 जून से 17 जून तक धर्मशाला में हुआ (National Conference of Chief Secretaries) था. जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी. अब धर्मशाला में ही पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है, जिसमें देश के पर्यटन क्षेत्र की क्षमताओं पर चर्चा होगी साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में नए कदम उठाने को लेकर भी मंथन होगा.